दरवाज़ा जरूरत नहीं तो तोड़ दूँ, दरवाजा ही तो है,फिर से जोड़ दूँ। मगर दिल का क्या करूँ, तुम रहते हो इसमें,कैसे छोड़ दूँ।। ©Mahar Hindi Shayar #माहर_हिंदीशायर #WForWriters #Mahar_hindishayar #कैद #WForWriters