आज सुबह का रंग ग़ज़ल सा दिलकश कोई खयाल है जिक्र तेरा जब भी चलता है यही रूमानी हाल है तेरी पलकों का झुकना जादू कोइ जगाता है तेरी नज़रों के जानिब ही सूरज भी मुस्काता है श्रृष्टि जिस पर थिरक रही है तेरी साँसों की ताल है आज सुबह का रंग ग़ज़ल सा दिलकश कोई खयाल है ओढ़ तेरी ख़ुशबू को जागी रंग सुनहरी धूप है आसमाँ है नीला गहरा वो भी तेरा रूप है तू ही बहती नदिया सागर, तू ही तीनों काल है आज सुबह का रंग ग़ज़ल सा दिलकश कोई खयाल है आज सुबह का रंग ग़ज़ल सा दिलकश कोई खयाल है जिक्र तेरा जब भी चलता है यही रूमानी हाल है #phoenix #फीनिक्स #kavishala #hindinama #tassavuf