जो भी मिला चला गया कोई भी ठहरा नहीं यहां सब आजाद हैं किसी पर पहरा नही सिरफ मैं ही कैद हूं उसकी यादों के जाल में कोई अशक भी आंखोमे एक पल भी ठहरा नहीं ©Ved Prakash पहरा #stay_home_stay_safe