मेरे मौला, तेरे राम तेरे मौला, मेरे राम तेरा ख़ुदाया , मेरा रब मेरा ख़ुदाया , तेरा रब क्या फ़र्क़ पड़ता शब्दों का फ़ेर बदल ही तो है सब हर्फ़ में क्यों उलझे हम जो सुलझाए तो उलझे और नाम अनेक , रूप अनेक मिलकर होतें हैं सब एक.. ✍️✍️.. Sparsh #Ram_Navmi #ख़ुदाया #रब #मौला