manikarnika queen of jhansi माना कि बहुत मुश्किल की घड़ी है। अनचाही सिर पर बिपदा आन पड़ी है।। इतिहास भरा पड़ा है मगर जिनकी गाथाओं से। ऐसी सबला वीरांगनाएं जो जमाने भर से लड़ी है।। खुद को तुम भी न समझो कोई अबला नारी। तुम जैसी ही तो थी वो भी एक नारी।। जो अकेली ही पड़ी थी अंग्रेजों पर भारी।। अब तुम्हारी भी है बारी निभाओ अपनी जिम्मेदारी।। न देखो कोई आकर पोंछे आंसुओं को तुम्हारे। अभी तो करने को बहुत कुछ पड़ी है उम्र सारी।। ©Shatakshi Freight Solutions #Manikarnika