बदल तो गये हो मगर इतना कैसे तुम्हारी वजह से कोई साथ है ये ख़ुशी ज़िन्दगी में तुम्हारी वजह से, शबे हिज्र में चंद अल्फाज़ हमने बनाये मिटाये, जागे रहे देर तक रात भर हम तुम्हारी वजह से, हाँ गुमनाम थे हम यहाँ आज तक काफिलों में कहीं पे, लो बदनाम शायर हुये भी तो वो भी तुम्हारी वजह से, नशा जो अभी तक किया ही नहीं था कभी ज़िन्दगी में, लगी लत तुम्हारी मुझे भी क़सम से तुम्हारी वजह से, किताबें तुम्हीं हो तुम्हीं हर्फ़ मेरे तुम्हीं शायरी भी, हूँ ज़िन्दा अभी तक शुकर है ख़ुदा का तुम्हारी वजह से। Tumhari vajah se💐💐 #yqdidi #yqhindi #yqbbaba #hindi #yqshayari