तुम बदले से बदले बदल गये हों। साथ निभाने की जो कसमें खाई। वो तुम भूल गये हों वो....... तुम...... बड़ी चोट सी लगी है,मेरे दिल में। साथ निभाने से पहले तुम साथ छोड़ गये हों। साथ छोड़....... तुम....... मेरी मोहब्बत का क्या कसूर था । जो मेरी मोहब्बत को ढुकारा। गये हों तुम....... सपने जो देखे थे । वो अधूरे हो गये हैं। वो अधूरे....... तुम....... लेखक। ओमप्रकाश जाडन ©omprakash हिंदी फिल्म सॉन