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मैंने विद्वान रावण से जाना है गैरों से नही अक्सर य

मैंने विद्वान रावण से जाना है गैरों से नही
अक्सर यह धोखा! हम अपनों से ही खाये...

चाँद-सितारों से अधिक हो रोशनी हमारी
इश्के-इतिहास मोहब्बत स्वर्णिम रच जाये...

हीर-रांझा और लैला-मजनूं  से भी पहले
इश्क़ पृष्ठ पर नाम हमारा दोनों का ही आये...

मिट जाये द्वंद्व इश्के-इबादत में हमसफ़र
प्रिय! "तू और मैं" मिलाकर 'हम' हो जाये...

अनिल अनल मिटाकर द्वेष की इस जहां में
अमिट स्याही से अमर प्रेम कथा लिख जाये...

©Anil Ray
  💞💞💞 जिंदगी का फ़लसफ़ा है 💞💞💞

कमबख़्त यें इश्क़ दो जिस्मों के बीच का नशा है 

आ जाए होश जो जिस्म को बस! वो बेवफ़ा है।

मुझे नही चाहिए होश मदहोश! ही रहने दो यारों
anilray3605

Anil Ray

Bronze Star
Growing Creator

💞💞💞 जिंदगी का फ़लसफ़ा है 💞💞💞 कमबख़्त यें इश्क़ दो जिस्मों के बीच का नशा है आ जाए होश जो जिस्म को बस! वो बेवफ़ा है। मुझे नही चाहिए होश मदहोश! ही रहने दो यारों #कविता #tumaurmain

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