जब हर बात देखी जारही चुनावी नफे नुकसान से फिर कौन आंख मिला कर बात करेगा जुबान से दिन को रात, रात को दिन कहने में व्यस्त नेता हैं परिवारतंत्र के पोषक, लोकतंत्र बचा रहे बयान से टिकट किन-किन को मिलेगा यही सवाल है पत्ता कटता दिख गया तो मचाया बवाल है सुनो भई, सबको सब-कुछ समान मिला है पता तुम्हें क्या दर्द है,किस बात की गिला है #दलबदल बस तुम नहीं हो... #तुमनहींहो #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi