कविता - इश्क़ में लूटा हे ये बच्चा। इश्क़ मे लूटा हे ये बच्चा, कुछ इसे खिलाओ पिलाओ। खून पी गई हे वो साली, कई इसे दारू तो पिलाओ। जला गई हे वो सीना, कई इसे सिगरेट तो पिलाओ। तोड़ गई हे वो अरमान, कई इसे ताड़ी तो पिलाओ। हो गया हे उसका विवाह, कई इसे बीड़ी तो पिलाओ। गम दे गई हे भरी महफ़िल में, कई इसे गांजा तो पिलाओ। भाग गई हे किसी के साथ, कई इसे भांग तो पिलाओ। बेवफा निकली हे वो कमीनी, कई इसे भोले का प्रसाद तो पिलाओ। आशीष रॉय कविता - इश्क़ में लूटा हे ये बच्चा। #dreams #nojoto #nojotokavita #nojotoshayri