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कभी ये आरजू थी कि हर कोई जाने मुझे, आज ये तलब है,क

कभी ये आरजू थी कि हर कोई जाने मुझे,
आज ये तलब है,कि गुमनाम ही रहूँ मै. कभी ये आरजू थी कि हर कोई जाने मुझे,
आज ये तलब है,कि गुमनाम ही रहूँ मै.#shayari #gtushar #gumnam #writings #thoughts #incognito
कभी ये आरजू थी कि हर कोई जाने मुझे,
आज ये तलब है,कि गुमनाम ही रहूँ मै. कभी ये आरजू थी कि हर कोई जाने मुझे,
आज ये तलब है,कि गुमनाम ही रहूँ मै.#shayari #gtushar #gumnam #writings #thoughts #incognito