अगर कभी फुर्सत हो तुझे,तो तेरे संग एक शाम बितानी है। कैसे गुजरे हैं लम्हे तेरे बिन,तुझे हर बात बतानी है। कभी फुर्सत हो तुझे,तो तेरे संग••••••••••••••••••। वो पेड की छाँव, सुकून के पल। सुनहरी यादें , और यादों मे तुम। तेरे संग बीती वो हर याद दुहरानी, कभी फुर्सत हो तुझे ,तो तेरे संग•••••••••••••। वो चांदनी रात, ठंडी हवाएं। नदी का किनारा, और किनारे पे हम । तेरी अधूरी हर खवाब सजानी है, कभी फुर्सत हो तुझे ,तो तेरे संग•••••••••। ©Shayari Lover #for someone lovable