किसी रोज़ छॉंव की तलाश में किसी रोज छांव की तलाश में हम एक पेड़ को तरस जायेगे.. पेड़ तो काट रहे हैं आज हम, कल फल की महंगाई पर हम ही बरस जायेगे.. दूसरों को जिम्मदार बोलकर अपनी जिम्मेदारियों से हम ही मुकर जाएंगे.. देखना किसी रोज छांव की तलाश में हम धुप मे ही भटक जायेगे.. #talash #quotes