तू भी मुझे छोड़ के जाएगा क्या? ठीक है, पर मिलने आएगा क्या? जो बन गया इस हालत का सबब फिर से वो मंज़र दिखाएगा क्या? कलियाँ फूल बहारें सब ही गए तू भी गया तो रह जाएगा क्या? ख़िज़ा के बादल घिरने लगे हैं यूँ, वो मौसम अब लौट जाएगा क्या? घेर लेंगे ये बादल आसमाँ को मगर, वो महताब नज़र आएगा क्या? तू रह भी ले मेरे बिना शायद, तेरे बिन सानू रह पाएगा क्या? तू भी मुझे