जबतक सांसे हैं ज़िस्म में हर कदम टकराव मिलेगा, जबतक चलते रहोगे इस दुनियां में हर कदम बदलाव मिलेगा. घाव मिलेंगे हर रोज एक नया जब-जब नए रिश्ते बनाओगे, धोखे मिलेंगे हर कदम तुम भीड़ में भी खुद को अकेला ही पाओगे. जो करते हैं पीठ पीछे बुराई उनका इंतजार ना करो, मिल जाएगी जब मंज़िल तुम्हे तो गैरो के बीच भी अपनापन पाओगे. वक़्त की खासियत है "आज़ाद" अच्छा हो या बुरा है ये गुज़र जाता है, छोड़ के देख मोह इस दुनियां का ज़िन्दगी में खुद को मुस्कुराता हुआ पाओगे... ©पं० योगेश शुक्ला "आज़ाद" #azadishq #Life #achievement