White तुम्हीं मोहब्बत पहली मेरी,आख़िरी चाहत हो तुम..! सुकून का दूसरा नाम,जीवन में राहत हो तुम..! न जाने कितने जन्मों का,सफ़र तय किया संग तुम्हारे..! इश्क़ की इबादत ने,कितने टूटे दिल उभारे..! ख़ूबसूरत चेहरे से कहीं ज्यादा,तेरी सादगी के हम दीवाने हैं..! तेरे बग़ैर हम खँडहर जानी,दिल यूँ शहर वीराने हैं..! महकती ज़िन्दगी बहकते इन,क़दमों का तू सहारा है..! तेरे बिना ज़िन्दगी का सनम,बिल्कुल नहीं गुज़ारा है..! आँगन दिल का रौशन तुमसे,तुम्हीं से जीवन उजागर है..! मैं प्यासा फिरता दर बदर,तू सागर में गागर है..! एहसासों का कारवाँ,चलता रहे यूँ ही सदा..! एक दूजे से कभी भी,न हो हम यूँ जुदा..! मोहब्बत की किताबों में,तू नायिका बन के रहना..! मैं सूखी बंजर जमीं तुम,इश्क़ की गंगा बन बहना..! ©SHIVA KANT(Shayar) #love_shayari #mohabbat❤