स्वार्थ की भावना से ऊपर उठ कर जन के लिए मुस्कान बनना है। सदा सत्य के पथ पर चलकर हृदय के विकारों को सबके धोना है। दु:खों से नहीं डरना अटल धैर्य रखकर सारे ही कामों को करना है। अज्ञान को मिटाकर ज्ञान का दीपक जलाकर सबका उद्धार करना है। प्रलोभन को छोड़कर दूसरों के लिए जग में अब कुछ काम करना है। सभी के हृदय से पाप को मिटा कर पुण्य के परम बीजों को बोना है। -"Ek Soch" #57Apnirah , 6 line , 12:10Pm to 4pm Topic- "स्वार्थ की भावना से ऊपर उठकर जन की मुस्कान बनना है" Read caption नमस्कार साथियों आप सभी का आज की 6 पंक्तियों में होने वाली टेलीग्राम प्रतियोगिता में स्वागत है (Link in bio)