उसका होना ही जीवन मे एक सुकून भरी शाम है, इस दिल को अब एक पल भी ना आराम है... उसके आँखों मे एक दरिया तो है, पर किनारो पर रेत नही, की कुछ पल हम ठहर जाएं.... उन्हे हमसे मोह्हबत ही नही इस बात से हम कैसे मुकर जाएं।। mohhabat