प्रेम अगाधा हर मम बाधा हे श्री राधा जय श्री राधा नंद दुवारे मोहन खेले और वृषभान दुवारे राधा प्रेम की देवी हो तुम प्यारी तुम बिन है मोहन मेरा आधा ©Subhash Chandra radha krishan