पल्लव की डायरी मिलकर चलो,हाथ बटेगा सुख दुख में बल मिलेगा जब परिवारआत्मीयता से जुड़ेंगे तब समाज और देश का गौरव बढेगा मलीन मन लिये, जब नागरिक टूटेगा भेद भाव की स्पर्धा से कलह आतंक का ज्वार फूटेगा सत्ता सुख बुरा नही है लेकिन जनता की अनदेखी कर वजूद सियासतों का कब तक चलेगा प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #gandhijayanti वजूद सियासतों का कब तक चलेगा #gandhijayanti