क्यों जा रहे हो? यूँ सभी ज़िम्मेदारियों से मुँह मोड़कर,
अपनी मंज़िल की राह को अधूरा छोड़कर?
आखिर क्यों जा रहे हो? यूँ वक़्त को कोसकर,
दिल से जुड़े रिश्तों को तोड़कर?
अगर थक गए हो, ज़िम्मेदारियों का बोझ उठाने से,
या घबरा गए हो, अपनी मंज़िल की राह में मुश्किलों के आने से।
तो ध्यान रहे! #yqdidi#YourQuoteAndMine#yqhindi#writersmagnet#wmchallenge#wmkyun#tishiyapa