उफ्फ ये नवम्बर का महीना दिल मे अलग ही कसक उठाती है, ऊपर से उनकी याद भी बहुत तड़पती है। हल्की हल्की ठंढी और मीठी मीठी उनकी याद एक अलग ही एहसाह दिलाती है, थोड़ी सी कमी चाय पूरी तो करती है फिर भी थोड़ी सी कसर रह जाती है। हर वक़्त हर जगह कभी भी उन्ही के सपनो में खो जाता हूँ, पर आता है अचानक ख्याल की मैं तो हूँ सिंगल और यही सोच कर रो जाता हूँ। मैं करता हूँ प्रार्थना रब से की ऐसी नवंबर अब न आये, अगर आये फिर दोबारा तो कम से कम नवंबर तक के लिये ही गर्लफ्रैंड मिल जाये।। #MaiAurNovember