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सहो के मायूस न यूं शाम से ढलते रहिये, ज़िन्दगी भोर

सहो के मायूस न यूं शाम से ढलते रहिये,
ज़िन्दगी भोर है सूरज सा निकलते रहिये,
एक ही पाँव पे ठहरोगे तो थक जाओगे,
धीरे-धीरे ही सही राह पे चलते रहिये ।

©Sanjaykdas
  #थाकना माना ,के मानजिल हाथ आऐगी यु ही शफर चलने से 😍
sanjaykdas3827

Sanjaykdas

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#थाकना माना ,के मानजिल हाथ आऐगी यु ही शफर चलने से 😍 #ज़िन्दगी

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