It was our last meeting कारोबार है मेरा तेरे शहेर में युहीं नहीं चला आता हूँ माना मेरा गुज़रना इत्तेफ़ाक़ नहीं तेरी गली से मगर् ये तो बतादे तेरा खिर्डकी में आने का सबब चाये पीने की लत्त मुझे एयसे न थी नुकड़ में बैठ्कर तेरे नज़रों का असर है चुस्की चाये की और भी मीठी लगती माचिस की तीली से खेलना वो मेरा तुझे देख कर ऊपर कही आग लगा न दे तेरे सहर के लोगों के दिलों में उलझा ना अपनी उँगलियों से बालों को लटें बनाकर तेरा मुस्कुरा कर घूरना यूँ मुझे हंगामा न करदे बाजार में डूब न जाये कहीं ये कारोबार ए सिलसिला मेरा इस्तरहा मुमकिनं होगा गर तू फैसला करदे तू से हम बनकर ।।। karobaar hai mera tere saher me yun hi nahi chala atta hoon