वाणी की पवित्रता- दोष रहित सत्य
हृदय की पवित्रता - निःस्वार्थ प्रेम
विचारों की पवित्रता - न्यायपूर्ण विवेक
मन की पवित्रता - सम्पूर्ण शान्ति
कार्य की पवित्रता - सच्ची एवं निश्वार्थ सेवा
समाज की पवित्रता - सामंजस्यपूर्ण एकता
बातावरण की पवित्रता - आत्मा का उत्थान करने बाली शान्ति ।......
व्यवहारिकता में लाना पड़ेगा तो ही संभव है।......