तेरे प्यार में सन्नाटो में कोलाहल थे, ऐसे गुमसुम ना थे। मुझे देखकर भी ना बोलो, ऐसे तो तुम ना थे।। अपने सपनों के पथ पर थे, खुद में गुम तो ना थे। एक दफा भी मुड़े नहीं तुम, ऐसे तो तुम ना थे।। सन्नाटो में कोलाहल थे, ऐसे गुमसुम ना थे। मुझे देखकर भी ना बोलो, ऐसे तो तुम ना थे।। अपने सपनों के पथ पर थे, खुद में गुम तो ना थे। एक दफा भी मुड़े नहीं तुम, ऐसे तो तुम ना थे।।