Nojoto: Largest Storytelling Platform

जब जब इस दुनिया को जाना, तब तब सिर्फ इतना ही पहचान

जब जब इस दुनिया को जाना,
तब तब सिर्फ इतना ही पहचान,
ये दुनिया रुपयों से चलती है, 
अपनों से नहीं!!
किसी ने कहा है, पृथ्वी हवा में टिकी है, 
मुझे तो शक है, 
क्योंकि मुझे लगता है ये पृथ्वी भी रुपयों पर ही टिकी  है !!!
जब जब इस दुनिया को जाना,
तब तब सिर्फ इतना ही पहचान,
ये दुनिया रुपयों से चलती है, 
अपनों से नहीं!!
किसी ने कहा है, पृथ्वी हवा में टिकी है, 
मुझे तो शक है, 
क्योंकि मुझे लगता है ये पृथ्वी भी रुपयों पर ही टिकी  है !!!