क्यों ये जाम मुह से लगाये रखा है । क्या मसला है जो दिल में दबाये रखा है। तुम भी उसकी आँखों की बात न करना मुसाफिर , उसने तो पूरे शहर को ग़ालिब बना रखा है । @about today