कैसे रिश्ते नाते साहब आत्मीयता ही गायब हो गई दिलो के बीच बढ़ गई इतनी दूरियाँ रिश्तों को ढोना हो गई मजबूरियाँ ये नया दौर है साहब, यहाँ रिश्ते-नाते सब नाम के हैं। समाज को आइना दिखाती हुई एक रचना करें। #रिश्तेनाते #collab #yqdidi .. YQ Sahitya पर हिंदी साहित्य और साहित्यकारों के बारे में पढ़ें। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi