अब से किताब ही मेरी महरम हो गई,, तस्नीफ़ और रिसाला मेरी ज़ीस्त हो गई,, तग़ज़्ज़ुल अब मेरी मोहब्बत हो गई,, राहत और गुलज़ार से मैं मुतासिर हो गई... @जम्मू... #nojotoशेर #nojoto #nojotoshayri #nojtohindi #nojotosher #booklovers महरम=अपनों में, जानने वाले तस्नीफ़=रचनाऐं रिसाला=पत्रिका तग़ज़्ज़ुल=ग़ज़लियत