उन बरसते बादलों की तरह उन काली घटाओं की तरह उन महकती फिज़ाओं की तरह उन रिमझिम बरसती बारिश की बूंदों की तरह बनते उस इंद्रधनुष की तरह तुम मिल जाओ ना उन चाँदनी रातों की तरह उन बहती सर्द हवाओं की तरह उन कल कल बहती नदियों की तरह उन बेहिसाब यादों की तरह उन तड़पती दिल की बेताबियों की तरह तुम मिल जाओ ना अब ना इतना तड़पाओ ना! बस अब तुम लौट आओ ना हर किसी को अपने जैसे किसी शख़्स की तलाश रहती है। उन बरसते बादलों की तरह उन काली घटाओं की तरह उन महकती फिज़ाओं की तरह उन रिमझिम बरसती बारिश की बूंदों की तरह बनते उस इंद्रधनुष की तरह तुम मिल जाओ ना