बिकती है ना खुशी कही, ना कही गम बिकता है.. लोग गलतफहमी मे है, कि शायद कही मरहम बिकता है.. इंसान ख्वाईशो से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है.. उम्मीदो से ही घायल है, उम्मीदो पर ही जिंदा है... Ek ..Umeed .....🤔🤔🤔