सियासत की हवा ऐसी चली आँधी हो गया अपने ही 'परिवार' की 'बर्बादी' हो गया पहले 'दहाड़ता' था मैं भी 'शेर' की तरह पर इश्क़ कर लिया तो पप्पू गाँधी हो गया --प्रशान्त मिश्रा "पप्पू गाँधी"