यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत:। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥ परित्राणाय साधूनाम् विनाशाय च दुष्कृताम्। धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे-युगे॥ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणत: क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नमः।। जीवन के द्वंद में कर्तव्याकर्तव्य ले पथ पर भटकने पर जैसे अर्जुन को गीता का ज्ञान देकर मार्ग दिखाया उसी तरह हमारे आपके जीवन को भी भगवान श्रीकृष्ण अज्ञानावरण और दुःखों से मुक्त करके सुखमय सत्पथ पर अग्रसर होने की प्रेरणा देते रहें। पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंदस्वरुप भगवान श्रीकृष्ण के प्राकट्योत्सव के पर्व #श्रीकृष्ण_जन्माष्टमी पर्व की अनंत शुभकामनाए ©Priyanka Dwivedi #krishna #DearKanha