क्या लिखूँ क्या लिखूँ ..हिन्दू लिखूँ या मुस्लमान लिखूँ या सारा का सारा हिन्दुस्तान लिखूँ क्या लिखूँ..जात -पात की ऊँची दीवार लिखूँ या इंसान के प्रति इंसान का अच्छा व्यवहार लिखूँ क्या लिखूँ..किसी आशिक़ की दर्द भरी प्रेम कहानी लिखूँ या कोरोना बीमारी से जूझ रहे लोगों की परेशानी लिखूँ क्या लिखूँ.. नेताओं की काला बाजारी लिखूँ या भुखमरी गरीबी लाचारी लिखूँ क्या लिखूँ..किसी शायर की शायरी या कोई गज़ल लिखूँ या अपने मुल्क पे गुजरा हिसाब-ए-दर्द एक -एक पल लिखूँ -Sanam ©Sanam shona #PoetInYou