रफ्ता-रफ्ता ये हाथ छोड़ रही हैं ज़िन्दगी... रोज़ छेनी-हथोड़े की चोट से तोड़ रही हैं ज़िन्दगी... जो बात करते थे अपने बुजुर्गों से...नींबू सा निचोड़ने की.... अब उन्हें ही.. नींबू सा निचोड़ रही हैं ज़िन्दगी ©Deepak "dilwala" निचोड़ रही हैं ज़िन्दगी #Life #repeatthemoments #Dobara #Hindi #hindiEnglish #Nojoto #nojotihindi #shayri #Quotes #Time