मुझे पता है कि हंसकर छुपा रहा है आंसू अयां क्या नहीं कुछ भी मगर परेशान है ए हम वतन मेरे किसे चुन के ले आए हैं हम सब मैं मुंतशिर हूं इधर तू उधर परेशान है ©Er Akhter Zawed #i_am_broken