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kumarsatish8588
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Kumar Satish

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Kumar Satish

https://youtu.be/u8V_W9yAW2k

© Kumar Satish #COVIDVaccine
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Kumar Satish

क्या लिखूँ https://youtu.be/fJ3Czzyy7bU
जय संतोषी माता

© Kumar Satish #PoetInYou
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Kumar Satish

क्या लिखूँ https://youtu.be/ykxo0hL26tk

© Kumar Satish #PoetInYou
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Kumar Satish

ज़रूरी है  https://youtu.be/uZleU9ASL1s

© Kumar Satish #PoetInYou
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Kumar Satish

जब रिश्ते https://youtu.be/ysKCvIXGyOs

© Kumar Satish #PoetInYou
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Kumar Satish

जब रिश्ते https://youtu.be/lpJWFCjJiEo

© Kumar Satish #PoetInYou
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Kumar Satish

हम तुम  यूं तो भगवान हनुमान जी को अनेक नामों से पुकारा जाता है, जिसमें से उनका एक नाम वायु पुत्र भी है। जिसका शास्त्रों में सबसे ज्यादा उल्लेख मिलता है। शास्त्रों में इन्हें वातात्मज कहा गया है अर्थात् वायु से उत्पन्न होने वाला।कैसे हुआ हनुमान जी का जन्म 
पुराणों की कथानुसार हनुमान की माता अंजना संतान सुख से वंचित थी। कई जतन करने के बाद भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी। इस दुःख से पीड़ित अंजना मतंग ऋषि के पास गईं, तब मंतग ऋषि ने उनसे कहा-पप्पा सरोवर के पूर्व में एक नरसिंहा आश्रम है, उसकी दक्षिण दिशा में नारायण पर्वत पर स्वामी तीर्थ है वहां जाकर उसमें स्नान करके, बारह वर्ष तक तप एवं उपवास करना पड़ेगा तब जाकर तुम्हें पुत्र सुख की प्राप्ति होगी।

अंजना ने मतंग ऋषि एवं अपने पति केसरी से आज्ञा लेकर तप किया था बारह वर्ष तक केवल वायु का ही भक्षण किया तब वायु देवता ने अंजना की तपस्या से खुश होकर उसे वरदान दिया जिसके परिणामस्वरूप चैत्र शुक्ल की पूर्णिमा को अंजना को पुत्र की प्राप्ति हुई। वायु के द्वारा उत्पन्न इस पुत्र को ऋषियों ने वायु पुत्र नाम दिया।

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Kumar Satish

हम तुम  कर्ण कुंती का पुत्र था| पाण्डु के साथ कुंती का विवाह होने से पहले ही इसका जन्म हो चुका था| लोक-लज्जा के कारण उसने यह भेद किसी को नहीं बताया और चुपचाप एक पिटारी में रखकर उस शिशु को अश्व नाम की नदी में फेंक दिया था| इसके जन्म की कथा बड़ी विचित्र है|

राजा कुंतिभोज ने कुंती को पाल-पोसकर बड़ा किया था| राजा के यहां एक बार महर्षि दुर्वासा आए| कुंती से उनका बड़ा सत्कार किया और जब तक वे ठहरे, उन्हीं की सेवा-सूश्रुषा में रही| इसकी इस श्रद्धा-भक्ति से प्रसन्न होकर महर्षि ने उसे वार दिया कि वह जिस देवता को मंत्र पढ़कर बुलाएगी वही आ जाएगा और उसको संतान भी प्रदान करेगा| कुंती ने नादानी के कारण महर्षि के वरदान की परीक्षा लेने के लिए सूर्य नारायण का आवाहन किया| बीएस उसी क्षण सूर्यदेव वहां आ गए| उन्हीं के सहवास के कारण कुंती के गर्भ से कर्ण का जन्म हुआ| जब पिटारी में रखकर इस शिशु को उसने फेंक दिया, तो वह पिटारी बहती हुई आगे पहुंची| वहां अधिरथ ने कौतूहलवश उसे उठा लिया और खोलकर देख तो उसमें एक जीवित शिशु देखकर वह आश्चर्य करने लगा|

अधिरथ उस शिशु की निरीह अवस्था पर करुणा करके उसे अपने घर ले आया और उसका पालन-पोषण करने लगा| उसने उसे अपनी संतान समझा| बालक के शरीर पर कवच-कुण्डल देखकर उसको और भी अधिक आश्चर्य हुआ और तभी उसे लगा कि वह बालक कोई होनहार राजकुमार है| उसने उसका नाम वसुषेण रखा| वसु का अर्थ है धन| कवच, कुण्डल रूपी धन उसके पास था| विधाता ने ही उसको इसे दिया था, इसलिए उसका नाम वसुषेण उचित ही था|

वसुषेण जब कुछ बड़ा हुआ, तो उसने शास्त्रों का अध्ययन करना आरंभ कर दिया| वह सूर्य का उपासक था| प्रात:काल से लेकर संध्या तक वह सूर्य की उपासना ही किया करता था| दानी भी बहुत बड़ा था| उपासना के समय कोई भी आकर उससे जो कुछ भी मांगता, वह बिना हिचकिचाए उसको दे देता था| अमूल्य से अमूल्य वस्तु से उसको मोह नहीं था| उसका गौर�

© Kumar Satish #PoetInYou
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Kumar Satish

जय माता दी

© Kumar Satish प्रेम से बोलो जय माता दी

प्रेम से बोलो जय माता दी

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Kumar Satish

हम तुम  सभी देशवासियों को एक सुचना आज तक तो मैं चुप रहा लेकिन आज दावे के साथ कह सकता हूं कि जिन कानूनों पर सरकार चला रही है भाजपा आज हमारे देश में बेरोजगारी तो है लेकिन एक दिन पूरे देश में भुखमरी हो जाएगी । ( मैंने पहले एक पोस्ट डाली थी कि ट्रैफिक चालान के रेट बहुत ज्यादा है लोगों ने भी कैमेंट किऐ थे कि कागजात बना के रखो और दुर्घटना भी कम होंगी तो उन अंधभक्तो को भी बताना चाहता हूं कि ट्रैफिक चालान में लगभग 75 नियम हैं आपका चालान काट दिया जाऐ और सभी पर मार्क कर दिया जाऐ और आप सभी को पुरा भी कर दो तो भी 7500 रू का जुर्माना तो लगेगा कम से कम )लोग आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएंगे और जिन योजनाओं में आप पैसा जमा कर रहे हो कोई भी योजना आपको पैसा नहीं लोटाऐगी इंश्योरेंस कंपनी भी क्लेम नहीं देगी आज मैं एक आम आदमी हूं मेरे दर्द को कोई नहीं समझता सभी मजाक समझते हैं और मुझे पागल समझते हैं वो दिन दूर नहीं जब वो मेरे वाली समस्याओं के शिकार होने पर गिड़गिड़ाऐगें । जब उनके घर पर आकर ब्रिटिश सरकार कि तरह आप पर व्यवहार किया जाएगा । आप मेरी पोस्ट को (मुझे पागल समझकर या मेरा समय खराब समझ कर) सेव रख लेना उस दिन का इंतजार करना । जिसको मेरी पोस्ट अच्छी लगे तो लाइक करना और शेयर जरूर कर देना हो सकता है इस पोस्ट के पढ़ने से किसी भगत कि आंखें खुल जाऐ और क्रांतिकारी देशभक्त सरदार भगतसिंह जैसे के गुण आ जाए ।
वन्दे मातरम्
जय जवान
जय किसान
जय भारत

© Kumar Satish #PoetInYou
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