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gnmehra6147
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Gn mehra

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Gn mehra

मै अपनी जिंदगी के वजूद को किसी की बैशाखियों पर नहीं टिकाता

 मेरी जिंदगी के टूटते हुए दिनों का मै कभी जन्मदिन नहीं मनाता

©Gn mehra #Moon

8 Love

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Gn mehra

औरत को आइने में यूं उलझा दिया गया।
बखान कर हुस्न का हक से बहला दिया गया ।

©Gn mehra #beinghuman
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Gn mehra

रब के दर गया में मांगने ।
लोग कुछ न कुछ चढ़ा रहे थे।

खाली हाथ था -मैं

यहां भी रिश्वत के बगैर कुछ नहीं होता

©Gn mehra #FadingAway
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Gn mehra

इश्क़ किया था बिस्किट की तरह चाय को
हम अपने वजूद में कुछ ना रहे ।

किसी ने न रंग बदला न मिजाज
हम साले खफा होकर कहीं के ना रहे

©Gn mehra #MereKhayaal
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Gn mehra

ख़ामोश चेहरे पर इश्क की ग़ज़लें नहीं लिखी जाती

तकदीर लिखी है दर्द भरी,बस तन्हाइयां ही
लिखी जाती

©Gn mehra #WorldOrganDonationDay
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Gn mehra

दोस्त व मोहब्बत में एक ही फर्क है

वर्षों बाद मिलने के 

मोहब्बत आंखे चुरा लेती है

और दोस्त सीने से लगा लेता है

happy friendship day

©Gn mehra #FriendshipDay
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Gn mehra

दोस्त वह आइना है जो चिड़ाता भी बहुत है
और फिकर भी बहुत करता है ।

happy friends day

©Gn mehra #brothersday
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Gn mehra

कर्ज में डूबा हुआ है मेरा बाप ।
दर्द में डूबी हुई है मेरी मां ।
छान रहा हूं खाक शहरों सड़कों पर ।
पता नहीं ढूंढ़ रहा हूं क्या ।
पता नहीं किस दौर से गुजर रही है जिंदगी
कुछ  हासिल नहीं हुआ है यहां ।
हर रोज लोग चेहरे बदलते है यहां 
गालियां कोई नहीं निकलता
इससे भला मेरा बाप ही अच्छा है ।
गालियां निकलता है पर चेहरा नहीं बदलता
वह मेरा बाप है जो हर रोज मेरी खबर लेता है

©Gn mehra #CalmingNature
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Gn mehra

कहते है लोग कि

इश्क़ ज़हर है ।
इसे इश्क़ का नाम दिया किसने ।

हम तो ख़ुद से ही अजनबी है ।
हमें यह ज़हर पिलाया किसने ।

©Gn mehra #brothersday
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Gn mehra

गमलों में उगे हुए फूल महलों में बड़े

इतराते है 

अरे हम तो जंगल का वो दरख़्त है
जो अपनी शाखाओं से 
किसी को भी झूला झुला देते हैं

©Gn mehra #Trees

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