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cyprianfelixbarl3069
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__expression__of__Cyprian

Ranchi Geo Science Student

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0559398bc22c65b52951406d295b7bf1

__expression__of__Cyprian

🌸वैसे तो मेरे मित्रगण है अनेक
  परंतु उनमे से खास है एक 
जिसका शुभ नाम है विवेक
दिन है उसका खिलाने का केक।

नाम की भांति है आपका व्यक्तित्व, 
हो आप मित्र से बढ़कर एक भातृ तुल्य 
आप हो मेरे अति प्रिय 
इस घनिष्ठ संबंध का है अमोल मूल्य ।

समय-समय पर दिया आपने मेरा साथ 
दूर रखकर अपना स्वार्थ 
सदैव देते रहिए मेरा साथ 
बिताया हमने बहुत सारे अनमोल पल 
याद रहेगा यह पल आज भी और कल

मिल जाते हैं अध्ययन काल में  आपके जैसे मित 
 हो आप जैसे किसी के   प्रीत 
ना हो प्रेम की कमी का प्रतीत 
बना रहे संबंध ऐसे ही अटूट
यही कविता है आपके जन्म दिन की गिफ्ट।🌼

©__expression__of__Cyprian #flowers 
#poetry
0559398bc22c65b52951406d295b7bf1

__expression__of__Cyprian

"जिंदगी से प्रश्न "

एक दिन मैंने जिंदगी से पूछ लिया प्रश्न , 
जो मेरे मन में हुआ उत्पन्न ।

ये जिंदगी तू क्यूँ देता है इतना दुःख एवं कष्ट ,
कि सन्न हो जाता है मस्तिष्क,
कि मैं हो जाता हूँ अस्त एवं त्रस्त ।

है क्यूँ जीवन में इतनी समस्या एवं कठिनाईयां,
है क्यूँ जीवन में इतनी विफलता एवं विषमता।

तत्पश्चात जिंदगी ने दिया यह जवाब 
कि यही तो जिंदगी है जनाब, 
इसी का नाम जिंदगी है साहब ।

जिंदगी है तुम्हें जीना ,
तो करना पड़ेगा दुःख-कष्ट का सामना, 
लगा रहेगा समस्याओं का आना जाना,
 चलता रहेगा जीवन मे उतार-चढ़ाव का होना ।

चूँकि लहलहाती हुई फसल भी, 
शीत, ओला वृष्टि एंव 
चील-चिलती धूप से करती है सामना ।
 उस भाँति हमें भी पड़ता है तपना एंव सहना ,
इसी का  नाम  है जिंदगी जीना।

               By-Cyprian Felix Barla

©__expression__of__Cyprian #GoldenHour
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__expression__of__Cyprian

"जिंदगी से प्रश्न "

एक दिन मैंने जिंदगी से पूछ लिया प्रश्न , 
जो मेरे मन में हुआ उत्पन्न ।

ये जिंदगी तू क्यूँ देता है इतना दुःख एवं कष्ट ,
कि मैं भूल जाता हूँ सब कुछ,
कि मैं हो जाता हूँ अस्त एवं त्रस्त ।

है क्यूँ जीवन में इतनी समस्या एवं कठिनाईयां,
है क्यूँ जीवन में इतनी विफलता एवं विषमता।

तत्पश्चात जिंदगी ने दिया यह जवाब ,
कि यही तो जिंदगी है जनाब, 
इसी का नाम जिंदगी है साहब ।

जिंदगी है तुम्हें जीना ,
तो करना पड़ेगा दुःख-कष्ट का सामना, 
लगा रहेगा समस्याओं का आना जाना,
 चलता रहेगा जीवन मे उतार-चढ़ाव का होना ।

चूँकि लहलहाती हुई फसल भी, 
शीत, ओला वृष्टि एंव 
चील-चिलती धूप से करती है सामना ।
 उस भाँति हमें भी पड़ता है तपना एंव सहना ,
इसी का  नाम  है जिंदगी जीना।

               By-Cyprian Felix Barla

©__expression__of__Cyprian #GoldenHour
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__expression__of__Cyprian

"विश्व आदिवासी दिवस "

अनमोल दिवस है यह विश्व के सम्पूर्ण आदिवासियों के उचित सम्मान की ,
विशेष दिन है यह विश्व के सारे जनजातियों के विशिष्ट पहचान की ,
महत्वपूर्ण पहल है ये दिन दिलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की।

चूंकि जल जंगल जमीन के संरक्षक है आदिवासी,
प्राचीन काल के  ये है निवासी, 
है नहीं  ये प्रवासी।
पहचाने जाते हैं ये अपनी विशेष वेष-भूषा से, 
जाने जाते हैं अपनी भाषा, परंपरा एवं  संस्कृति से, 
रखते नहीं घृणा किसी से, मिलजुल कर रहते है प्रेम से।

परंतु आदिवासियों पर हो रहे शोषण, भेदभाव एवं अत्याचार, 
को रखकर इसको मध्य नजर,
संयुक्त राष्ट्र संघ ने किया मुख्य विचार, 
कि इन्हें भी  मिले उचित   मान-सम्मान , 
मूलभूत अधिकारों का ना हो हनन, 
परिणाम स्वरुप  रखा गया यह दिन।

बावजूद इसके आज भी आदिवासी समुदाय पर हो रही है इतनी दमन, 
इसलिए आज सभी को लेना है प्रण,
कि चलने वाला नहीं है केवल करने से नाच गान ये मन मे कर ले स्मरण।

लड़ना पड़ेगा हमे अपने अधिकारों के लिए विवेक एवं ज्ञान से, 
करना पड़ेगा आंदोलन बौध्दिक रूप से, 
ताकि हम जीवन जी सके   आन बान व शान से ,
 हम रह सके गौरवपूर्ण तरीके से।

©__expression__of__Cyprian #world Indigenous day

#world Indigenous day #Thoughts

15 Love

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__expression__of__Cyprian

"विश्व आदिवासी दिवस "

अनमोल दिवस है यह विश्व के सम्पूर्ण आदिवासियों के उचित सम्मान की ,
विशेष दिन है यह विश्व के सारे जनजातियों के विशिष्ट पहचान की ,
महत्वपूर्ण पहल है ये दिन दिलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की।

चूंकि जल जंगल जमीन के संरक्षक है आदिवासी,
प्राचीन काल के  ये है निवासी, 
है नहीं  ये प्रवासी।
पहचाने जाते हैं ये अपनी विशेष वेष-भूषा से, 
जाने जाते हैं अपनी भाषा, परंपरा एवं  संस्कृति से, 
रखते नहीं घृणा किसी से, मिलजुल कर रहते है प्रेम से।

परंतु आदिवासियों पर हो रहे शोषण, भेदभाव एवं अत्याचार, 
को रखकर इसको मध्य नजर,
संयुक्त राष्ट्र संघ ने किया मुख्य विचार, 
कि इन्हें भी  मिले उचित   मान-सम्मान , 
मूलभूत अधिकारों का ना हो हनन, 
परिणाम स्वरुप  रखा गया यह दिन।

बावजूद इसके आज भी आदिवासी समुदाय पर हो रही है इतनी दमन, 
इसलिए आज सभी को लेना है प्रण,
कि चलने वाला नहीं है केवल करने से नाच गान ये मन मे कर ले स्मरण।

लड़ना पड़ेगा हमे अपने अधिकारों के लिए विवेक एवं ज्ञान से, 
करना पड़ेगा आंदोलन बौध्दिक रूप से, 
ताकि हम जीवन जी सके   आन बान व शान से ,
 हम रह सके गौरवपूर्ण तरीके से।

©__expression__of__Cyprian
  world Indigenous day 2023

world Indigenous day 2023 #Society

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__expression__of__Cyprian

"विश्व आदिवासी दिवस "

अनमोल दिवस है यह विश्व के सम्पूर्ण आदिवासियों के उचित सम्मान की ,
विशेष दिन है यह विश्व के सारे जनजातियों के विशिष्ट पहचान की ,
महत्वपूर्ण पहल है ये दिन दिलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की।

चूंकि जल जंगल जमीन के संरक्षक है आदिवासी,
प्राचीन काल के  ये है निवासी, 
है नहीं  ये प्रवासी।
पहचाने जाते हैं ये अपनी विशेष वेष-भूषा से, 
जाने जाते हैं अपनी भाषा, परंपरा एवं  संस्कृति से, 
रखते नहीं घृणा किसी से, मिलजुल कर रहते है प्रेम से।

परंतु आदिवासियों पर हो रहे शोषण, भेदभाव एवं अत्याचार, 
को रखकर इसको मध्य नजर,
संयुक्त राष्ट्र संघ ने किया मुख्य विचार, 
कि इन्हें भी  मिले उचित   मान-सम्मान , 
मूलभूत अधिकारों का ना हो हनन, 
परिणाम स्वरुप  रखा गया यह दिन।

बावजूद इसके आज भी आदिवासी समुदाय पर हो रही है इतनी दमन, 
इसलिए आज सभी को लेना है प्रण,
कि चलने वाला नहीं है केवल करने से नाच गान ये मन मे कर ले स्मरण।

लड़ना पड़ेगा हमे अपने अधिकारों के लिए विवेक एवं ज्ञान से, 
करना पड़ेगा आंदोलन बौध्दिक रूप से, 
ताकि हम जीवन जी सके   आन बान व शान से ,
 हम रह सके गौरवपूर्ण तरीके से।

©__expression__of__Cyprian #SunSet #world Indigenous day

#SunSet #world Indigenous day #Society

11 Love

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__expression__of__Cyprian

मित्र वो नहीं जो निभाएँ अपनी मित्रता देखकर चरित्र,
दोस्त वह नहीं जो  निभाएँ अपनी दोस्ती देखकर हैसियत,
मित्र वह है जो इन सभी तत्वों को पीछे छोड़  निभाता है अपनी मित्रता।

मिलते हैं जीवन में बहुत सारे दोस्त 
परंतु उनमें से कोई बन जाता बहुत खास 
  तो कोई दूर रहकर भी  होते हैं पास।
होते हैं कुछ मित्र बचपन के तो   कोई  पच्चपन के, 
कुछ विद्यालयों के  तो कुछ महाविद्यालयों के या ट्यूशन के ,
सभी हैं करीब हमारे दिल के।

पता ही  नहीं चलता वक्त का कि कैसे हो जाता है व्यतित
 जब साथ में होते हैं सारे प्यारे मीत। 
मिलते है जब  सभी मित्रगण अनुभव होता है दोस्तों का अपनापन।
 
मित्रों की भी हमारे जीवन मे होती है भूमिका अहम ,
परिस्थितियाँ चाहे जैसे भी हो सम हो या विषम 
सभी मित्र निभाते है अपनी मित्रता हरदम।


कोई होते है बहुत नटखट तो किसी के मन मे होता है खोट ,
तो कोई किसी के वक्तव्यों से खा जाते हैं चोट 
फिर भी है निभाता अपनी दोस्ती की किस्त, होता है वो मित्र, मीत व दोस्त।

©__expression__of__Cyprian #nightsky #friendship
0559398bc22c65b52951406d295b7bf1

__expression__of__Cyprian

मित्र वो नहीं जो निभाएँ अपनी मित्रता देखकर चरित्र,
दोस्त वह नहीं जो  निभाएँ अपनी दोस्ती देखकर हैसियत,
मित्र वह है जो इन सभी तत्वों को पीछे छोड़ 
 निभाता है अपनी मित्रता।

मिलते हैं जीवन में बहुत सारे दोस्त परंतु
 उनमें से कोई बन जाता बहुत खास
 तो कोई दूर रहकर भी  होते हैं पास।
होते हैं कुछ मित्र बचपन के तो   कोई  पच्चपन के,
 कुछ विद्यालयों के  तो कुछ महाविद्यालयों के या ट्यूशन के ,
सभी हैं करीब हमारे दिल के।

पता ही  नहीं चलता वक्त का कि कैसे हो जाता है व्यतित 
जब साथ में होते हैं सारे प्यारे मीत। 
मिलते है जब  सभी मित्रगण अनुभव होता है दोस्तों का अपनापन।


मित्रों की भी हमारे जीवन मे होती है भूमिका अहम ,
परिस्थितियाँ चाहे जैसे भी हो सम हो या विषम
 सभी मित्र निभाते है अपनी मित्रता हरदम।


कोई होते है बहुत नटखट तो किसी के मन मे होता है खोट 
,तो कोई किसी के वक्तव्यों से खा जाते हैं चोट 
फिर भी है निभाता अपनी दोस्ती की किस्त,
 होता है वो मित्र, मीत व दोस्त।

©__expression__of__Cyprian
  #Friendship #happy friendship day 
6th August 2023

#Friendship #Happy friendship day 6th August 2023 #Poetry

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0559398bc22c65b52951406d295b7bf1

__expression__of__Cyprian

'कराहता हुआ मणिपुर'

हे! सत्ता के भूखों जरा सुन लो मेरी भी पुकार,
रो-रोकर  चीख- चीखकर कर रहा हूँ न्याय की गुहार,
हो रहे साम्प्रदायिक हिंसा से हूँ मैं लाचार,
वो कोई और नहीं , मैं हूँ मणिपुर।

भाग हूँ मैं भी,उस लोकतंत्र गणराज्य भारतवर्ष का 
जिसका सर्वोच्च विधान है संविधान,मूल सिद्धांत है संविधान।
संविधान के आदर्शों का होना चाहिए सम्मान,
नियम एवं कानूनों का करना चाहिए अनुपालन,
पर हो क्यों रहा है महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न।

किन्तु हो क्यों रहा है ये जघन्य अपराध,
क्यों हो रहा है ये गृह युद्ध।
नग्न अवस्था में करवाया जा रहा है महिलाओं को परेड,
चर्चों को जलाकर किया जा रहा है नष्ट,
आश्रयों को भी तोड़-फोड़कर किया जा रह है चौपट,
परिणामस्वरूप लोगों को हो रहा है अत्यधिक कष्ट ।

ऐसी साम्प्रदायिक हिंसा के कारण लोगों का हो रहा है नरसंहार,
जिसके कारण लज्जित है पूरा संसार।
चाहता हूँ मैं कि अमन,प्रेम व शांति रहे बरकरार,
न रहे अशांति और न ही हिंसा की दीवार
यही है मणिपुर की पुकार।

©__expression__of__Cyprian #chains
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__expression__of__Cyprian

शाम के लुफ्त उठाने की बात है जनाब, कोई अपने  शरीर को  देता है आराम, 
तो कोई करता है व्यायाम ,तो कोई अपने कार्यों पर लगाता है पूर्ण विराम।

©Cyprian Felix Barla #SunSet #anevening #evening #eveningthoughts #eveningquotes
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