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ajaylokhande7108
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Ajay Lokhande

respect for girl

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Ajay Lokhande

 shayari

shayari

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Ajay Lokhande

 naa rahiyo

naa rahiyo

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Ajay Lokhande

मेरी अक्लो होश की सब हालते
तुमने सांचे में जूनू के ढाल दी.

कर लिया था मैंने एहदे तर्क ए इश्क।

तुमने फिर बाहें गले में डाल दी. इश्क़

इश्क़

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Ajay Lokhande

उसके बदन को दिन मुद हमने सूखन में.
और उसके बदन के वास्ते एक कबाबी सी गई.
तेरा फ़िराक़ एश था क्या मेरे लिए। तेरे फ़िराक़ में खूब शराब पी 
    गई
उसकी उम्मीद ए नाज़ का ये मान था हमसे 
की आप उम्र गुज़ार दी जिए। उम्र गुज़ार दी 
गई उम्र गुज़ार दी गई

उम्र गुज़ार दी गई

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Ajay Lokhande

Dear Ex तुम ने थक कर दस्त में खेमें लगा दिए.
तनहा कटे किसी का सफ़र।
तुम्हे इससे क्या.
किसी और का हाथ पकड़ो। उसे रास्ता दिखाओ। हम भूल जाए अपना ही घर 
तुम्हे इससे क्या dear ex

dear ex

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Ajay Lokhande

Dear Home ठहरे हुए एहसास का मंज़र नहीं आया.
बड़ी मुद्दत से सफर में हूं।
अभी तक घर नहीं आया.
ए शिद्दत ए रफ़्तार। जरा थम के अभी तक।
रास्ते में कोई नील का पत्थर नहीं आया. घर

घर

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Ajay Lokhande

थक गए हों। थकन छोड़ के जा सकते हो.
आप वाकए तन छोड़ कर जा सकते हो.
हम दरखतौं को कहा आता है हिजरत करना।
आप परिंदे हो वतन छोड़ के जा सकते 
हो. हिजरत

हिजरत

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Ajay Lokhande

Indian Army Day   जो दे रहे हैं तुम्हें फल पके पकाएं हुए.

ये पेड़ तुम्हे मिले है लगे लगाएं हुए.

ज़मीन ओढ़ कर सोए है। सारी दुनिया में।

नाज़ाने कितने सिपाही थके थकाएं हुए. Indian army

Indian army

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Ajay Lokhande

2020  बे सबब उसके नाम की मैंने.

काट तो ली थी ज़िन्दगी मैंने.

आप का काम हो गया साहब।

2020 में मोहब्बत करनी छोड़ दी मैंने. 2020

2020

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Ajay Lokhande

My dear poem पराई आग पे रोटी नहीं बनाऊंगा.

मैं भीग जाऊंगा। छत्री नहीं बनाऊंगा 

ख़ुदा ने अगर बनानेका इख्तियार दिया।

तो अलम बनाऊंगा। बरछी नहीं बनाऊंगा.

मैं एक फ़िल्म बनाऊंगा अपने सरवत पर।

लेकिन उसमें रेल की पटरी नहीं बनाऊंगा poem

poem

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