#वह_मिला_किसी_और_को,
शायद_वो_मेरे_नसीब_में_नहीं_था।
उसका नाम लेकर, उसे बदनाम करूं।
यार वह इतना, बुरा भी नहीं था।।
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ईमान-ए-इश्क़ मेयार में,
Adv AK Valmiki
नाग अर्चना संस्कृति हमार।
मैं हृदय से शीश नवाऊं।।
दो मुंहा से दूरी भली।
जाने कौन मुंह दंश मिले।। #Life