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vikasyadav1802
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कलम का दिवाना✒✒💕💞

अपने अल्फाजो में अपनी भावनाओं को रखने का हुनर जानता हूँ।। सारा जहाँ जुदा ही सही,पर खुद को सारे जहाँ से जुदा मानता हूँ।। 😍😍🖊🖊

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कलम का दिवाना✒✒💕💞

Baras kar badlon ne, 
Kuxh apne andaj mai kaha hai, 
Thahro, duhai dene balon abhi aasman jawaaa hai...
fakat khamoshi ye bayan to ni krti, ki saraa jahan so gya hai... 
najren utha kr to dekho, Galib, 
prakrati ne kya khoob rang jamaya hai✌✌

©कलम का दिवाना✒✒💕💞 mausam😍🤗

#DearCousins

mausam😍🤗 #DearCousins

10 Love

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कलम का दिवाना✒✒💕💞

Value the person..
Who loves u..
...because ..
Once u lost that person..
It is never exactly,
The same person who comes back.....
😊 #EveningBlush
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कलम का दिवाना✒✒💕💞

।।माँ भवानी कृपा जरा कर दो न।। 

गर दि है जिंदगी,माँ"
तो संगीन इसे, कर दो न। 
फैलाए खडा झोली तेरे सामने,, 
सागर अपनी ममता का, जरा इसमें भर दो न।। 
माँ भवानी कृपा, जरा कर दो न।।।। 

जगतपालनी, कृपानिदायनी, दुःखहरणी हो,, 
करुणा कि छाओं में हमें भी माँ,रख लो न ।। 
यूँही कैसे बिताएँ मुश्किल सफर-ऐ- जिंदगी,, 
माँ भवानी कृपा ,जरा,कर दो न।।

हूँ उलझा,जिंदगी कि कश्मकश में,, 
न समझ कुछ आए, तेरे इस जग में।
आ पास कभी माँ, हाथ सर मेरे रख दो न।। 
माँ भवानी कृपा जरा,कर दो न।।
 
यूँ तो मुश्किल है, इस जग को समझना,, 
सच और झूट की जंग में, सच को पड़ता है यहॉ तड़पना।
वक़्त के इस बेतुके पहिये को, थाम दो न,,
माँ भवानी कृपा जरा,कर दो न।। 

न जाने क्या खता हो गयी है,, 
खफा हो हमसे माँ, शायद रुठ गयी है,, 
हुई है भूल गर तेरे बालक से,तो डांट दो न। 
निकाल इस जमाने के अंधेरे से,, 
अज्ञानता से माँ तार दो न, तार दो न,, 
माँ भवानी कृपा जरा, कर दो न,, कृपा जरा कर दो न।।।। 
।।। जय भवानी 🙏🙏।। 
.... Vikas... जय भवानी 🙏🙏🙏
#navratri2020

जय भवानी 🙏🙏🙏 #navratri2020

12 Love

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कलम का दिवाना✒✒💕💞

बन कर स्वरूप देवी का जो,आयी जग मै लक्ष्मी अवतारी,
है कुल मैं जो सबसे प्यारी प्यारी.. 
छवि है जिसकी बिल्कुल न्यारी न्यारी,
बो नारी सब पर भारी,बो नारी सब...। । 

जब है मुस्कराती ह्रदय से नारी.. 
दीवानों कि तब मत है जाती मारी.. 
कायनात भी जिन पर जाती वारी वारी, 
बो नारी सब पर भारी, बो नारी सब..।।

करती हमेशा जो अपने ही मन कि, 
सुनती हमेशा जो अपने ही दिल कि, 
होती है, हर घर के आँगन की जो फुलवारी  वारी.. 
बो नारी सब पर भारी, बो नारी सब..।।
 
जब भी विपदा उसके जीवन में आयी.. 
पलभर में भुलाके गम सभी, हरदम है मुस्कायी..
होशियारों को जिसनें सिखायी है, होशियारी यारी.. 
बो नारी सब पर भारी, बो नारी सब... 

 किया प्रेम जब  नारियों ने, 
देकर जाँ है ,उसे निभाया,, 
अंजान राहों में मिले मुसाफिर को, 
जीवन का हमसफर बनाया है,, 
धन्य है,हर कर्तव्यपरायण नारी नारी.. 
बो नारी सब पर भारी, बो नारी सब...

जब जब बात है,देश के गौरव पर आयी, 
ले रूप वीरांगनाओं का हरबार है,नारी सामने आयी,,
है होती जो सबकी हितकारी कारी.. 
बो नारी सब पर भारी, बो नारी सब पर भारी।। 

..... VIKAS.... Nari sab par भारी.. 

#Freedom

Nari sab par भारी.. #Freedom

14 Love

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कलम का दिवाना✒✒💕💞

ठहर जा एे-वक्त

ठहर जा ऐ-वक्त क्यों चलता जा रहा है, 
गुम हो गया हूँ,जिंदगी कि राहों में, मैं
क्यों नहीं तू, इस बात कि परवाह कर रहा है।।

कुछ पुकार रहे है अपने, पीछे पलटकर तो देखने दे न जरा,, 
 क्यूँ अपनी मस्ती मै मग्न तू होता जा रहा है।। 
गीत बचपन के गुन-गुनाना चाहता हूँ फिर से,, 
चाँद को चंदामामा कह पुकारना चाहता हूँ,फिर से, 
न जाने पर क्यों तू मुझे जिम्मेदारियों का अहसास दिला, सबकुछ भुलाता जा रहा है।। 
ठहर जा ऐ-वक्त क्यों चलता जा रहा है।। ।। 

कुछ टूट गयी है, अहसासों कि डोरियाँ मेरे गुजरे हुए कल में, 
दे अंश जरा अपना, बांध आऊँ गाँठ टूटे हुए, हर एक पल में।। 
क्यों मुझे छोड़ रोता मेरे अतीत के साथ, तू हँसता जा रहा है,, 
ठहर जा ऐ-वक्त क्यों चलता जा रहा है।। 

न जाने क्यों, शिकायत है मुझे, तुझसे,, 
हार गया है, तन-मन दुनिया कि उलझनों में फँस के,, 
 रख साथ मुझे, मेरे ख्वाबों के,, 
क्यों आने वाला हर पल मुझसे जुदा होता,नज़र आ रहा है।। 
ठहर जा ऐ-वक्त, क्यों चलता जा रहा है।। 
ठहर जा ऐ-वक्त क्यों .................. ।। 

..... VIKAS.... ठहर जा ऐ वक्त...

ठहर जा ऐ वक्त...

13 Love

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कलम का दिवाना✒✒💕💞

☺जिंदगी के वो दिन ☺
(कविता)

 याद आ गया फिर,गुजरा हुआ,अनमोल बो समय।
 जाया करता था ,"विद्यालय" मुस्कुराकर के सदैव।। 
मिलता था,मित्रों से हसकर बातें होती थी,,
 कुछ उनकी सुनना, कुछ अपनी कहना, बो भी क्या मुलाकातें होती थी।। 
जिया था जिंदगी का अनमोल बो समय..।। 
जाया करता विद्यालय, मुस्कुराकर के सदैव ,ओ मुस्कुराकर के सदैव।।

याद आता है,अध्यापकों का बो,हरपल हमको समझाना, 
कैसे  तुमको जीवन को है आगे ले जाना।। 
छोड़  दुर्गुड़ों को, कैसे हमको मंजिल है, पाना। 
उदास कर देते है,आज फिर बो लम्हें हमें..।। 
याद आ गया फिर गुजरा हुआ,अनमोल बो समय, अनमोल बो समय।। 

कैसे बापस लाउँ बो दिन,साथ बैठ जब,मित्रों के  भोजन किया करते थे,, 
हो फिर चाहें, टिफिन किसी का हक उस पर अपना ही जताया करते थे।। 
ला देता है,मुस्कान उदास चहरे पर भी, संगीन बो समय। 
जाया करता था,विद्यालय मुस्कुराकर के सदैव..
याद आ गया...हो याद आ गया...

होता था,प्रसंन छुपा करके जब अध्यापकों से गृहकार्य भी विद्यालय मे किया करते थे।
भूल सबकुछ उस समय,अपनी ही मस्ती मैं जिया करते थे।। 
खो दिया है,हमने अब,अद्भुत बो समय,,
जाया करते थे,विद्यालय मुस्कराकर के सदैव, मुस्कराकर के सदैव।।।

होती थी,जब परीक्षा हंसकर के दिया करते थे। करते थे इंतज़ार, परीक्षा के परिणामों का,,
काबिलियत को अपनी पहले ही जान लिया करते थे।। 
नाम शामिल था, मेरा भी उनमें..,इनाम जिन्हें मिला करते थे।। 
याद आ गया,याद आ गया ....

जिक्र है,उनका भी जिनसे(लड़कियों) नजरों को चुराया करते थे। 
छोड़ क्लास वजह से जिनकी, बाहर निकल जाया करते थे।। 
देख सामने आते उनको, नज़रों को हम अपनी झुका लिया करते थे।। 
होती थी,प्रतिस्पर्दा जिनसे सदैव ही हमें....
याद आ गया फिर, गुजरा हुआ आज हरपल हमें,,हो हरपल फिर हमें।। 

करता है,दिल कि इस जीवनशैली को जीवन मैं ही शामिल कर लूँ।। 
पा लूँ,हरपल फिर से, खो आया हूँ पीछे जिसको,,, 
मिल जाये वो खुशियों का खजाना,लूटा था,जिसने मुझको।।
पा लिया है,सबकुछ गुजार कर उन्हें (वो दिन)
याद आ गया फिर,गुजरा हुआ अनमोल बो समय,,,
जाया करते थे विद्यालय मुस्कराकर के सदैव,,
मुस्कराकर के सदैव....।।

............Vikas yadav missing school days😘😘😍😍
#reading

missing school days😘😘😍😍 #reading

17 Love

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कलम का दिवाना✒✒💕💞

कि यूँ तो हर गली है, सुनी मेरे दिल कि।। 
ना जाने किस मुसाफिर का इंतज़ार है। 
मुद्दतों बाद ही कोई आएगा।
शायद ये इन आँखों का अहसास है।।
ख्वाबों में आये अंजान चहरों से क्या,, 
ख़्वाब को जो हक़ीक़त बना जाए, 
ऐसे हमसफ़र की इस दिल को,तलाश है।।

written by-Vikas ##  cool😍😍

## cool😍😍

14 Love

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कलम का दिवाना✒✒💕💞

कि खोकर यूँ इश्क में, सबकुछ अपना जायाँ ना करो। 
चंद दिनों कि खुशियों के लिए,
उम्र भर आँसू,बहाया न करो।।

माना कि होती थी ताकत  मोहब्बत में सारे जहाँ से लड़ जाने की।। 
पर फरेब कि अब इस मोहब्बत में पड़कर दिल तूम अपना दुखाया न करो।। 

 हो गर सच्चा प्यार किसी से,तो
हर वक्त यूँ तुम जताया न करो।
समझदारो कि महफिल में,
दिल खोलकर यूँ तुम न हरदम दिखाया करो।।

....Vikas yadav 😊😊😍😍

😊😊😍😍

14 Love

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कलम का दिवाना✒✒💕💞

कैसे बिताये सफर-ए-जिंदगी,कि उलझने बहुत है।
पार जाना है,दरिया के,पर कम्वख्त किनारे बहुत है।।

गुमनाम सी इस जिंदगी मे,गुमसुम सा हो गया हूँ,
राहे आसान है,मगर शायद मैं सो गया हूँ।।

यूँ तो दूर नहीं मंजिल है,मेरी,,
पर न जाने किन,ख्वाबो के समंदर मे खो गया हूँ।।

बदबक्त हर ख्वाब एहसास दिलाता है,दुनिया के चहरों का
कम्वख्त यहाँ,हँसते से चहरे को रुलाने वाले सरताज बहुत है।।

.....Vikas
 .....Safar E Zindagi😍

.....Safar E Zindagi😍

18 Love

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कलम का दिवाना✒✒💕💞

#KargilVijayDiwas क्या लिख दूँ ,उन वीरो की शान में।
कुर्बानी दी है,जिन्होंने वतन की आन में।।
वो सच्चे लाल थे,भारत माँ के,,
रक्त की होली खेली थी,जिन्होंने भारत माँ के सम्मान मैं।।
🙏🙏 #kargilvijaydiwas
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