Nojoto: Largest Storytelling Platform
jituinkalabi6601
  • 46Stories
  • 9Followers
  • 458Love
    462Views

jitu inklabi

कवि

  • Popular
  • Latest
  • Video
110dfba2844274bf3ef5e8951d9dbefb

jitu inklabi

राष्ट्र रक्षा यज्ञ में श्वास़ो का किया हवन ,
ऐसे बलिदानियों का वंदन कर लेता हूं।
वीरों की कुर्बानियाओ को तो में प्रणाम करूं,
सरहद के शौर्य को सलाम कर लेता हूं।
भारती के आंचल में दान दिया शीश जिसने ,
शहीदों की शहादत का गुणगान कर लेता हूं।
कलम से निकलते हैं जब शब्द आंतरिक ,
अमर शहीदों का बखान कर लेता हूं।      
             जितेंद्र गौतम "इंकलाबी"

©jitu inklabi
  #IndianArmy
110dfba2844274bf3ef5e8951d9dbefb

jitu inklabi

Jai Shri Ram 🙏"जय श्री राम "🚩
प्राण प्रतिष्ठा नहीं है केवल ,
ये  प्रभू श्री राम की ।

झांकी ही नहीं बदल रही है केवल ,
पावन अयोध्या धाम की।

ये नव उत्कर्ष है हिंद की धरा पर , 
सनातन के स्वाभिमान का।

हर सनातनी कृतज्ञ रहेगा , 
कारसेवकों के बलिदान का ।
               ✍️ जितेंद्र गौतम "इंकलाबी"✍️

©jitu inklabi
  #jaishriram
110dfba2844274bf3ef5e8951d9dbefb

jitu inklabi

किसी भी परीक्षा में सफल या असफल होना महज समय का फर्क है।
आप कितने काबिल है ये आपके किरदार से झलकना चाहिए।
🇮🇳 इंकलाबी 🇮🇳

©jitu inklabi #Titliyaan
110dfba2844274bf3ef5e8951d9dbefb

jitu inklabi



आज भी जिनका नाम नहीं है , 
भारत के बलिदानी मे।
शहादत जिनकी महक रही है  , 
यहां की मिट्टी में और पानी है।
भारती की आजादी में ,
जिसने सर्वस्व लुटा दिया।
मुंछो पर देकर ताव  गोरों की ,
जड को भारत से हिला दिया।
दुश्मन के खेमो में जो ,
अकेले ही भारी थे।
भारत की फिजाओं में आजाद ,
अकेले चंद्रशेखर तिवारी थे।

                जितेंद्र गौतम 🇮🇳 इंकलाबी""🇮🇳

©jitu inklabi
  #कविता

कविता

48 Views

110dfba2844274bf3ef5e8951d9dbefb

jitu inklabi

जो बडे आंनद से सुनते  है , 
दुसरो की कहानियां।
वो लोगे कैसे छुपा लेते है ,
अपनी बेईमानिया।
"शब्दालय"

©jitu inklabi #FindingOneself
110dfba2844274bf3ef5e8951d9dbefb

jitu inklabi

दुसरो की गलतियांओ से ज्यादा,
 खुद की अच्छाइयों को ढुंढे तो बेहतर है।
                   
"शब्दालय"

©jitu inklabi #alone
110dfba2844274bf3ef5e8951d9dbefb

jitu inklabi

प्रकृति के संग में जब , 
नवीन परिवर्तन आता है।
सम्पूर्ण आर्यावर्त एक सुर में ,
 जब जयगान गाता है।
खुशी से झुमता हर प्राणी , 
नव परिवर्तन जब  पाता है।
आर्यावर्त की इस धरा पर , 
नवसंवत्सर तब आता है।
खलिहानों से फसले जब , 
घर आंगन में आती है।
नो दिन तक दुर्गा मां जब ,
 नव रुप हमें दिखलाती है।
मानो इस दिन से मौसम भी ,
 नया रुप धर आता है।
आर्यावर्त की धरा पर तब , 
नववर्ष मनाया जाता है।
🙏जय श्री राम🙏
   जितेन्द्र गौतम "इंकलाबी" ।
          🇮🇳 इंकलाब जिंदाबाद🇮🇳

©jitu inklabi नववर्ष

#RaysOfHope

नववर्ष #RaysOfHope #कविता

7 Love

110dfba2844274bf3ef5e8951d9dbefb

jitu inklabi

कलंक गुलामी का ढाया था , जिसके शासन काल में।
सत्ता को भी ठुकराया था , जिस भारत के लाल ने।
राम का बेटा , राम का वंशज राम धाम को चला गया।
मंदिर का निर्माण देखकर मोक्ष धाम को चला गया।
वंदन शत् शत् वंदन इतिहास रचने वाले को।
याद रखेगा देश सदा गौरव लौटाने वाले को।
🙏जय श्री राम🙏      
                                   🇮🇳इंकलाबी🇮🇳

6 Love

110dfba2844274bf3ef5e8951d9dbefb

jitu inklabi

Vote मेरी कलम ये पूछ रही है , दिल्ली के दरबारो से।
कब तक खबरें आयेगी ये , टी.वी. और अखबारों से।
अब हर हाल में निपटो तुम , जयचंदो ओर गद्दाऱो से।
घुसकर हमला करने वाले , देशद्रोही मक्कारो से।
बहुत हो चुकी वार्ता शांति की , बहुत हो चुका खूनी खेल।
सीधे गोली मारो इनको, बंद करो कचहरी का खेल ।
बदुंको वाले भाषा केवल , बदुंको की मानेंगे।
उग्रवादी व चोर लुटेरे , प्रेम प्यार क्या जानेंगे?
अब कुछ ऐसा कर दो दिल्ली, सीना चौड़ा हो जाये।
हर हिंदुस्तानी का सीना ,56 इंची हो जाये।
जिन नेताओं का पहले से  है सीना 56 इंची ।
ऐसे हमलों पर उनकी गर्दन हो जाती है नीची।
मैं दिल्ली से बार बार ये प्रश्न पूछता जाऊंगा।
मरते दम तक केवल वीरों का गुणगान सुनाऊंगा।
     ✍️ जितेन्द्र गौतम "इंकलाबी"✍️
       🇮🇳इंकलाब जिंदाबाद 🇮🇳
 #voting
110dfba2844274bf3ef5e8951d9dbefb

jitu inklabi

Vote मेरी कलम ये पूछ रही है , दिल्ली के दरबारो से।
कब तक खबरें आयेगी ये , टी.वी. और अखबारों से।
अब हर हाल में निपटो तुम , जयचंदो ओर गद्दाऱो से।
घुसकर हमला करने वाले , देशद्रोही मक्कारो से।
बहुत हो चुकी वार्ता शांति की , बहुत हो चुका खूनी खेल।
सीधे गोली मारो इनको, बंद करो कचहरी का खेल ।
बदुंको वाले भाषा केवल , बदुंको की मानेंगे।
उग्रवादी व चोर लुटेरे , प्रेम प्यार क्या जानेंगे?
अब कुछ ऐसा कर दो दिल्ली, सीना चौड़ा हो जाये।
हर हिंदुस्तानी का सीना ,56 इंची हो जाये।
जिन नेताओं का पहले से  है सीना 56 इंची ।
ऐसे हमलों पर उनकी गर्दन हो जाती है नीची।
मैं दिल्ली से बार बार ये प्रश्न पूछता जाऊंगा।
मरते दम तक केवल वीरों का गुणगान सुनाऊंगा।
     ✍️ जितेन्द्र गौतम "इंकलाबी"✍️
       🇮🇳इंकलाब जिंदाबाद 🇮🇳 #voting
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile