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ambikajha8697
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Ambika Jha

"कलम ✒️ ही मेरे भाव है ✒️ कलम मेरे जज़्बात। कलम मेरी आवाज़ है कलम मेरी पहचान।।"

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Ambika Jha

"ऋतु है सुहानी"
"आईं ऋतु है सुहानी,
झूमती प्रिया दिवानी, 
पिया को रिझाने चली, 
सज धज नार है!!
आँखों में है मनुहार, 
पिया से करे गुहार,
आज कह दो कि मेरी 
प्रीत ही स्वीकार है।।
प्रेम का निमंत्रण है,
सादर आमंत्रण है,
सपने सुनहरे हैं, 
सोलह श्रृंगार है।  

करिए स्वीकार आज, 
लाली बदली मिजाज, 
प्रीत में समाई एक, 
अप्सरा की हार है।।"
अम्बिका झा

©Ambika Jha #sad_quotes
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Ambika Jha

White हैं तुमसे शिकायतें बहुत मानती हूं।
पर तुम हो सबसे बेहतर जानती हूं।।
जब भी बैठती हूं किसी विवादित चर्चे पर,
खुद को सौभाग्य शाली समझती तुम्हें पाकर।।
इंसान की खामियां ही समझ लो, 
जो है सबके अंदर।
चाहे कितना भी मिल जाए, 
चाहत खत्म नहीं होती जीवन भर
 अम्बिका झा ✍️

©Ambika Jha #sad_quotes
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Ambika Jha

White हैं तुमसे शिकायतें बहुत मानती हूं।
पर तुम हो सबसे बेहतर जानती हूं।।
जब भी बैठती हूं किसी विवादित चर्चे पर,
खुद को सौभाग्य शाली समझती तुम्हें पाकर।।
इंसान की खामियां ही समझ लो, 
जो है सबके अंदर।
चाहे कितना भी मिल जाए, 
चाहत खत्म नहीं होती जीवन भर
 अम्बिका झा ✍️

©Ambika Jha #sad_quotes
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Ambika Jha

White "कदम से कदम मिलाकर कर चलती हूँ।। 
संग सूरज के उगती हूँ, चाँद संग ढलती हूँ

बुनियादें रखती हूँ, कर्म हमारी अस्मिता। 
स्याह रात में, मैं दीपक संग जलती हूँ।

खुशकिस्मत हैं वो, जीवन में हरियाली है
मैं तो पतझड़ में पुष्प बन खिलती हूँ।

संग हमारे रहते हैं वो, हमको पहचाने न। 
किस्मत में नहीं उनकी यादों में पलती हूँ। 

नाकामी को धूल चटाना मुझको आता है। 
मिटाने की चाहत रखते उनको खलती हूँ। 

नित्य नवीन उडानें भरती नभ को छूने मचलती
बाँध पैर कर्तव्य बेड़ियाँ, स्वयं को ही छलती हूँ।।"
अम्बिका झा ✍️

©Ambika Jha #life_quotes
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Ambika Jha

White 122---122---122---122  

"मिली ही नहीं है मुहब्बत अभी तक। 
जहाँ से रही है शिकायत अभी तक।। 

करूँ बात किससे कहूँ क्या किसी को
किसी की हुई ना इनायत अभी तक।। 

न चाहूँ बने ताज मेरे लिए भी। 
कहीं दूसरी ना इमारत अभी तक। 

जिसे शायरी का नशा हो गया है। 
उसे है ग़ज़ल की हरारत अभी तक।। 

सिखाता रहा वक्त हमको बहुत कुछ। 
मगर पा सके ना महारत अभी तक।। 

रखे हाथ पे दिल, रहे घूमते हम। 
किसी को पडी़ ना ज़रूरत अभी तक। 

मुझे देखता अम्बिका वो मगर है। 
नहीं कर सका है हुकूमत अभी तक।।"
अम्बिका झा✍️

©Ambika Jha #Sad_Status
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Ambika Jha

White "अगर नफ़रत है मुझसे प्यार भी तुमने किया होगा। 
जुदा मुझसे हुआ तो क्या कभी मुझमें जिया होगा
अभी तुम ऐश में डूबे नहीं मैं याद तुमको हूँ
कभी तो ज़हर तुमने भी जुदाई का पिया होगा।।"
अम्बिका झा✍️

©Ambika Jha #sad_quotes
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Ambika Jha

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Ambika Jha

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Ambika Jha

White मुमकिन यह भी तो नहीं कि तुम सुधर जाओ 
जाओ अपने ही किए वादे से मुकर जाओ।
कहा करते थे, उम्र भर का साथ है हमारा।
नाव डुबी है हमारी जाओ तुम उबर जाओ।।

©Ambika Jha #Dussehra
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Ambika Jha

"माँ जागती रही रात भर बिना किसी स्वार्थ के।
हर पल खटते रहे पिता बिना किसी परमार्थ के।
चुका नहीं सकते हैं संतान उनके स्नेह का कर्ज।
जिनका प्रेम, त्याग, समर्पण है सभी निस्वार्थ के।।"
अम्बिका झा ✍️

©Ambika Jha #navratri
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