Nojoto: Largest Storytelling Platform
ambikajha8697
  • 305Stories
  • 50.9KFollowers
  • 12.9KLove
    2.6LacViews

Ambika Jha

"कलम ✒️ ही मेरे भाव है ✒️ कलम मेरे जज़्बात। कलम मेरी आवाज़ है कलम मेरी पहचान।।"

  • Popular
  • Latest
  • Video
17b6626e8033f401709d235e31b56778

Ambika Jha

17b6626e8033f401709d235e31b56778

Ambika Jha

17b6626e8033f401709d235e31b56778

Ambika Jha

"जिंदगी"

कुछ शिकवे कुछ शिकायतें 
लेकर प्यारी सी तकरार ।
मेरे घर आना जिंदगी एक बार।।

भले रौब दिखाना बातों बातों पर,
हक जताना मेरे ख्यालातों पर,,
लेकर सपनों की सौगात, और प्यार। 
मेरे घर आना जिंदगी एक बार।।

मुरझाए गुलशन में खुशी के फूल खिला देना।
मुस्कुरा कर रूठी तकदीर मना लेना।
लेकर ख्वाबों की बारात का खुमार। 
मेरे घर आना जिंदगी एक बार।।"

                अम्बिका झा ✍️

©Ambika Jha
  #Holi
17b6626e8033f401709d235e31b56778

Ambika Jha

Autumn "माँ के आंचल को तरसी 
बचपन से मुरझाई थी।
सखी सहेली के संग में, 
मैं झूठ मूठ मुस्काई थी।

न भाई की मिली कलाई, 
न ही पिता का साथ मिला।
घर के कोने-कोने ने भी 
मुझको कहा पराई थी।

न ख़ुबसूरत न करूप, 
न कोई थी पहचान मेरी।
खुशियों और ग़म में, मैं 
केवल लगती सकुचाई थी।

©Ambika Jha
  #autumn
17b6626e8033f401709d235e31b56778

Ambika Jha

Life Like "दूर होकर भी दिल के पास होती है।
मां हर हाल में बच्चों के साथ होती है।।"

©Ambika Jha
  #Lifelike
17b6626e8033f401709d235e31b56778

Ambika Jha

Meri Mati Mera Desh मिट्टी का तन है अपना
न कोई है मन में सपना।
है भरोसा परमात्मा पर।
ये जिंदगी है रोना हंसना।

©Ambika Jha
  #MeriMatiMeraDesh
17b6626e8033f401709d235e31b56778

Ambika Jha

Blue Moon "किस्मत जो मुझसे रुठी
कहते तुम हंसकर झूठी
होता तब नाज़ खुदपर
दुनिया लगती तब झूठी"

©Ambika Jha
  #bluemoon
17b6626e8033f401709d235e31b56778

Ambika Jha



"जागी खुद संभलने लगी है।
नारी अब बदलने लगी है।।
न सिर्फ पहनावों से,
बल्कि विचारों से।
न छोड़े उसने,  
जुड़ी है संस्कारों से।
छूने को नभ मचलने लगी है ।।
नारी आगे बढ़ रही है,
न अपनों को पीछे कर।
बल्कि सब को साथ लेकर,
नहीं पीछे हटती रहती न डर के।
सितारों की तरह चमकने लगी है।।
नारी तरक्की कर रही,
न सिर्फ रसोई के कामों में।
बल्कि ऑफिस के कामों में भी,
नाम कर रही खेलों ईनामों में।
पुरुषों के कान कतरने लगी है।।
नारी बातें रखने लगी है।
न सिर्फ संघर्षों में,
बल्कि हक के लिए भी,
संदेश देने लगी है नारे में।
समझो नहीं भटकने लगी है।।
नारी आवाज उठाने लगी है,
न सिर्फ़ अत्याचारों के खिलाफ।
बल्कि समाज के लिए भी,
रहती है बुरे विचारों के खिलाफ।
उठी है नई चाल चलने लगी है।।

नारी अधिकार जताने लगी है,
न सिर्फ सम्मान पाने के लिए।
कमजोर नहीं है ये मत भूलो,
तैयार है दायित्व उठाने के लिए।
फौलादी सांचे में ढलने लगी है।।
समानता का अधिकार देने लगी है,
न सिर्फ लड़कियों को कराटे सिखाने में।
समानता दिखलाने के लिए, 
बल्कि लड़कों को रसोई सिखाने में।
सीढी नई नित चढने लगी है।।

नारी मुस्कुराने लगी है,
न सिर्फ दिखावे के लिए।
बल्कि सम्मान पाने पर भी,
भरपूर दावे के लिए।
दुष्टों को ये खुद कुचलने लगी है।।

हाँ नारी जीने लगी है
न सिर्फ अपनों के लिए।
अपने लिए भी,
सुखी परिवार के सपनों के लिए।
अनपढ़ नहीं अब पढने लगी है।।

               अम्बिका झा ✍️

©Ambika Jha
  #relaxation
17b6626e8033f401709d235e31b56778

Ambika Jha

"सच तू भी जानता है।
अपना तो मानता है।
फिर भी लड़ता रहता।
आंसू अनदेखा करता।।

सच है ना ढोंग कोई
हर पल तो मैं हूं रोई।
लांछन लगाते मुझपर
हक़ फिर जताते मुझपर।।

कर्म का है लेखा जोखा
जिंदगी है हर पल धोखा।।
जिंदगी है हंसना रोना।
खुशियों का पाना खोना

©Ambika Jha
  #achievement
17b6626e8033f401709d235e31b56778

Ambika Jha

"विनती है मेरा भी कर दो इक छोटा सा काममुझको तारो हे श्री राम ..... मुझको
छोड़ अयोध्या वन को जाते प्रजा सब अकुलाई
भाई ने मांगे हैं खडाऊं कैसी विपदा आई
जूती बना लो जल जाएगा वरना मेरा चाम
केवट तारा तारी अहिल्या सबरी तुमने तारी है
रावण का सब कुटुम्ब है तारा तारी सृष्टि सारी है
सुनते हम तो ये ही आए लेते ना तुम दाम
कण कण में हो तुम ही समाए जग के पालनहार
बस इतना सा मुझ दुखिया पर कर दो तुम उपकार
जपते जपते नाम तुम्हारा जीवन की हो शाम
अंतिम इच्छा ये ही मेरी दर्शन लाभ मैं पाऊं
मेरा बैरी सारा जग है और कहां मैं जाऊं
घट से जब भी प्राण विदा हों अधरों पर हो नाम।।"

©Ambika Jha
  #gururavidas
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile