Nojoto: Largest Storytelling Platform
saritashreyasi3623
  • 745Stories
  • 6Followers
  • 0Love
    0Views

Sarita Shreyasi

  • Popular
  • Latest
  • Video
1800aa943fab0b063d7a0a0a2cbb04e9

Sarita Shreyasi

साथ में समान कम हो तो सफर सुगम होता है,
कई बार कुछ न हो तो भी वजन का वहम होता है। साथ में समान कम हो तो सफर सुगम होता है,
कई बार कुछ न हो तो भी वजन का वहम होता है।

साथ में समान कम हो तो सफर सुगम होता है, कई बार कुछ न हो तो भी वजन का वहम होता है।

0 Love

1800aa943fab0b063d7a0a0a2cbb04e9

Sarita Shreyasi

किसी ने  मेरे नाम से धागा नहीं बांधा, पर मुझे बांध दिया था, वह खुद तो आगे बढ़ गया, मैं उस नाम, नेह और रिश्ते से बंधी वहीं खड़ी रही।
 स्त्रियाँ ऐसी ही होती है, कोई उन्हें बांध देता है, वो वहीं बंधी रह जाती है अकेले। उस पेड़ से बंधे मन्नत के धागों में एक धागा मेरा भी था, पर उसका समय बीत चुका था। मैंने हल्के मन से धागा खोल कर किसीके साथ स्वयं को भी मुक्त कर दिया। कुछ आरजू और ख्वाहिशें सील गयी थीं, उन्हें गंगा के धार में प्रवाहित किया और अपने लिए कुछ नहीं मांगा। प्रणाम कर के आभार व्यक्त किया और पीछे मुड़ गयी। 
तब मुझे कहाँ पता था कि माँ ने कुछ और तय कर रखा है मेरे लिए, पुराने बंधन से मुक्त होना और मन्नत को विदा करना ये सब मेरी नहीं विधाता की योजना थी। जब मैं कच्चे सूत खोल रही थी, साथ-साथ कुछ बंध रहा था, एक प्रवा

उस पेड़ से बंधे मन्नत के धागों में एक धागा मेरा भी था, पर उसका समय बीत चुका था। मैंने हल्के मन से धागा खोल कर किसीके साथ स्वयं को भी मुक्त कर दिया। कुछ आरजू और ख्वाहिशें सील गयी थीं, उन्हें गंगा के धार में प्रवाहित किया और अपने लिए कुछ नहीं मांगा। प्रणाम कर के आभार व्यक्त किया और पीछे मुड़ गयी। तब मुझे कहाँ पता था कि माँ ने कुछ और तय कर रखा है मेरे लिए, पुराने बंधन से मुक्त होना और मन्नत को विदा करना ये सब मेरी नहीं विधाता की योजना थी। जब मैं कच्चे सूत खोल रही थी, साथ-साथ कुछ बंध रहा था, एक प्रवा

0 Love

1800aa943fab0b063d7a0a0a2cbb04e9

Sarita Shreyasi

Marriage is beautiful,
life has other bigger and better experiences too,
It is your conscious decision.
 #Realisation#
1800aa943fab0b063d7a0a0a2cbb04e9

Sarita Shreyasi

Be a life long LEARNER
Learn how to LIVE
and how to Leave.
LIVE 100% and
move ahead

LIVE and LEARN to LET GO. #ABC series#3Ls of life I learnt

#abc series3Ls of life I learnt

0 Love

1800aa943fab0b063d7a0a0a2cbb04e9

Sarita Shreyasi

Act,
Behave,
Communicate,
Demonstrate before you dictate.
 Participate in the #rapidfire and come up with an #abcdpoem, where first line starts with A, second line starts with B and third line starts with C and fourth line starts with D. 

My favourite entries posted before 10 pm IST will be highlighted tomorrow. #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Baba

Participate in the #rapidfire and come up with an #abcdpoem, where first line starts with A, second line starts with B and third line starts with C and fourth line starts with D. My favourite entries posted before 10 pm IST will be highlighted tomorrow. #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Baba

0 Love

1800aa943fab0b063d7a0a0a2cbb04e9

Sarita Shreyasi

Accept or
Be the
Change,
Do what is needed.

 Participate in the #rapidfire and come up with an #abcdpoem, where first line starts with A, second line starts with B and third line starts with C and fourth line starts with D. 

My favourite entries posted before 10 pm IST will be highlighted tomorrow. #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Baba

Participate in the #rapidfire and come up with an #abcdpoem, where first line starts with A, second line starts with B and third line starts with C and fourth line starts with D. My favourite entries posted before 10 pm IST will be highlighted tomorrow. #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Baba

0 Love

1800aa943fab0b063d7a0a0a2cbb04e9

Sarita Shreyasi

सितारोँ की जमीं पर जब कोई कंकड़ चुन रहा होता है,
पत्थर के सिरहाने पर नन्हीं आँखों में
कोई ख्वाब बुन रहा होता है।
उन्होंने कहा कि जूते फटे पहनकर वो आसमान पर चढ़े थे,
किस्सा मैं सपनों की ज़िद का क्या कहूँ,
नंगे पैर जो चाँद तक चले थे।
 #सितारोँ की जमीं पर जब कोई कंकड़ चुन रहा होता है,
पत्थर के सिरहाने पर नन्हीं आँखों में
कोई ख्वाब बुन रहा होता है।
उन्होंने कहा कि जूते फटे पहनकर वो आसमान पर चढ़े थे,
किस्सा मैं सपनों की ज़िद का क्या कहूँ,
नंगे पैर जो चाँद तक चले थे।
#जूते फटे पहनकर वो आसमान पर चढ़े थे(पंक्ति, मनोज मुंतशिर जी की हैं)

#सितारोँ की जमीं पर जब कोई कंकड़ चुन रहा होता है, पत्थर के सिरहाने पर नन्हीं आँखों में कोई ख्वाब बुन रहा होता है। उन्होंने कहा कि जूते फटे पहनकर वो आसमान पर चढ़े थे, किस्सा मैं सपनों की ज़िद का क्या कहूँ, नंगे पैर जो चाँद तक चले थे। #जूते फटे पहनकर वो आसमान पर चढ़े थे(पंक्ति, मनोज मुंतशिर जी की हैं)

0 Love

1800aa943fab0b063d7a0a0a2cbb04e9

Sarita Shreyasi

उसने कहा," जानता हूँ कि यह सच नहीं, फिर भी
इस हसीं झूठ पर यकीन करने को जी चाहता है"।
मैं अपनी दीवानगी का क्या कहूँ,
मुझे तो उसकी किसी बात में,
झूठ दिख ही नहीं पाता है। #झूठ इतना ही हसीं है कि यकीं करने को जी चाहता है#

#झूठ इतना ही हसीं है कि यकीं करने को जी चाहता है#

0 Love

1800aa943fab0b063d7a0a0a2cbb04e9

Sarita Shreyasi

देखा करो खुद को रोज आईने में,
यकीं मानो, ज़िंदगी बदल जाएगी,
बन जाओगे तुम बेदाग़ आईना,
शख़्सियत इस कदर निखर जाएगी। #देखा करें जो खुद को हर रोज़ आईने में,
तो औरों की खुबसूरती भी हम देख पाएंगे।
औरों की खासियत देखने समझने में, जिंदगी 
संवरती ही जाएगी, आप निखरते ही जायेंगे।

#देखा करें जो खुद को हर रोज़ आईने में, तो औरों की खुबसूरती भी हम देख पाएंगे। औरों की खासियत देखने समझने में, जिंदगी संवरती ही जाएगी, आप निखरते ही जायेंगे।

0 Love

1800aa943fab0b063d7a0a0a2cbb04e9

Sarita Shreyasi

उसकी आँखें बुनती रही अनगिन ख्वाब उम्र भर,
उन झुर्रियों के बीच एक भी उसका खुद का नहीं मिला।
— % & सबके लिए सोचा, बस खुद को छोड़ कर।

सबके लिए सोचा, बस खुद को छोड़ कर।

0 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile