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yuvi7409670724621
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yash mahar

insta id-yashu.mahar.520 https://instagram.com/yashu.mahar.520?igshid=YmMyMTA2M2Y= M.Sc physics #वीररस और #करूण रस #शैली DEVBHOOMI UTTRAKHAND ❤️☺️ From-Pithoragarh💝 खूद को कुछ इन पंक्तियों में बयान करता हु,.... खुद को खुद से मिलने आया हु, अपने विचारों को कलम✒️से लिखते आया हु, मंज़िल की ओर निकला हु साथी, कटीले पथ पर चलके आया हु।। शब्दों को अभिनय देते आया हु, कलम कि ढाल को धार देते आया हु , लिखना नही महाकाव्य लेकिन, लफ्जो मे संघर्ष की गाथा लिखते आया हु। इस समाज को आइना दिखाते आया हु , खुले आसमां का बनजारा बनने आया हु, जेब खा ली है, ऐ जिंदगी, होसलो की उड़ान लेकर आया हु ।।❤

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yash mahar

आज बैठा हूँ कड़ी धूप में,,
कुछ मुट्ठी भर यादो के बीज लेके,
इस मिट्टी में यादो को पिरो दूंगा,
 कुछ यादें जो याद है, धुंदली ,
फिर से लहरा उठेंगी।।

कुछ खराब बीज ,
जो फिर मुझे दुख पहुचायेंगे
और कुछ जो आएंगे भर भर के,
हर भरे से नवजात फसल,
 उनको और बड़ा कर,
यादो को सजो दूंगा ।।

फिर जब फसल हो जाएगी ,
घर घर फिर उन्ही दोस्तो को,
उनके नास्ते में  परोस दूंगा,
फिर वो भी स्वाद लेंगे और
 बोयेंगे ,फिर नए यादो के बीज।।

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yash mahar


मेरे आंखों में अश्क़ है तुमने ढूढे क्या 
मेरे कुछ सवाल  है तुमने सवाल बुझे क्या
लाखो दफा भेदा है भालो ने कलेजा
अब बार बार ये छलनी दिल तुमसे रूठे क्या।।

ढीली डोर मेरे माझे की,
कटी पतंग से तू लुटे क्या।
सांप के पियाले को चख पिया है,
अब तुम्हारा जूठा जूठा क्या।।

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yash mahar

अंख भर दे रोया करांगे,
अब अपनी बाह नाल सोया करेंगे।
बुलिया तेरे मिलने दी आस कोइ ना,
जरा जरा रोज तेनु हम खोया करेंगे।

जो तू आवेगी फिर मुड़के,,
ते फिर अख भर दे नाल रोया करेंगे ।
तू बुल जावेगी दिन दो चार दिन,
अस्सी आखिरी सांस नाल याद करेंगे।।

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yash mahar

बर्बादियों का शहर मेरा,,
मेरे औचियत की तलाश में।
गिर ती  सीढ़ीयो सा मन मेरा,,
काल द्वार के प्रवेश में।

अंधड़ पूर्ण खब्त कल्पना मेरी,,
विकट समंदर के आवेश में।
मैं ,मेरा मन,मेरी हार,विवेक,,,,,
मेरे गन्तव्य के आगोश में।।

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yash mahar

  From zero to infinity, 
From every moment until the heart beats, 
From my sweet moments to your thorny journey,
 From the runaway life, to the slipping sticks of old age,
 From your sweet laughter to all your tantrums,
From sweet voice to your sweet anger 
from our funny jokes to crazy fights
i am  always with you even after i die
i am always with you ,
its my promise i am alwys with you,,

i promised in every condition and evry situation of life  i am always with you,
alwys near of your heart. always you will near of my heart 
i am always with you

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yash mahar

तुम मेरी कविता का रस हो प्रिये
तुम मेरे गीत की धुन हो प्रिये
तुम हवाओ का रुख तुम स्वास हो प्रिये

तुम ही प्रेम
तुम ही घृणा
तुम ही पहेली
तुम ही जवाब

तुम नृत्य का पग पग हो 
तुम मा सीता का प्रतीक
तुम मीरा से त्याग हो
तुम ही सावत्री का वरदान

तुम कविता का हास्य हो मेरा
तुम प्रिये रहस्य हो मेरा
तुम एक मात्र स्मृति हो
तुम प्रिये सृंगार मेरा
तुम संस्कार हो मेरा
तुम परिधान हो मेरा
तुम अंग अंग मेरा
तुम ही तो हो रूह मेरी
तुम ही तो नई धुन ही मेरी
तुम ही चित्र कला हो
तुम एक मात्र सौंदर्य हो
तुम ही हो समय मेरा
तुम ही हो जख्म मेरा
तुम ही तो हो मरहम मेरा
तुम ही एक मात्र सिकवा हो
तुम ही तो हो मेरा पावन मिलन

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yash mahar

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yash mahar

अल्फाज़ो में सन्नाटा सा है कुछ कहा नही जाता,,,
धूप ही धूप है हर नज़र बस अब सहा नही जाता।
पाया है केवल हार सबसे नज़र नही मिलाया जाता,,,
सूल ही सूल है पूरे बदन में ,ये किल अब निकाला नही जाता।।

महीन सी चोटो पर मरहम लगाया नही जाता,
बहाव इस बहाव मे खुद को बचाया नहीं जाता।
घुटन सी है कुछ अब आंगन में कस्बे में,
ऐ *गुल* टूटे अक्षरो को जोड़ा नही जाता।।


हुजूम में चल रही है दवाई अपने मर्ज की,,,
बात ये है कि हर दफा शक्कर डाल ज़हर पिया नही जाता।
यू चल लेंगे बैसाखी पकड़ छलनी पैरो से,,,
जुल्म ये है कि खुद से खुद का जनाज़ा उठाया नही जाता।।

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yash mahar

अल्फाज़ो में सन्नाटा सा है कुछ कहा नही जाता,,,


धूप ही धूप है हर नज़र बस अब सहा नही जाता।।

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yash mahar

अभी सवेरा हुआ तो नही,,
सूरज निकलना बाकी जो है।
यू पग डंडियों पर चलते रहना,,
एक बार फिशलना बाकी जो है।।


लिख लेना पूरा ये नज़्म,,,
पर इस नज़्म तेरा होना बाकी जो है
जो ये रोग हुआ सो हुआ,,,
तेरे अस्पताल में आना बाकी जो है।।

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