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sarthakvidya4752
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Sarthak Vidya

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Sarthak Vidya

White  शब्द का रूपक
जैसा चाहे बदल सकते है
पर वक्त के पहले समझ ले
तो इतीहास बदल सकते है

©Sarthak Vidya #hindi_poem_appreciation
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Sarthak Vidya

White  भूला दिया वो प्यार
हम जिसपे मरते थे
कमबक्त ये दिल दिवाना था
हद से ज्यादा प्यार कर बैठे थे..

©Sarthak Vidya #hindi_poem_appreciation
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Sarthak Vidya

White  एक बार निश्चय करके देखो
दर्द अपने आप दुर हो जायेगा
अपनी मेहनत का परिणाम
बस कुछ पल बाद तेरे साथ होगा...

©Sarthak Vidya #hindi_poem_appreciation
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Sarthak Vidya

White  एक बार निश्चय करके देखो
दर्द अपने आप दुर हो जायेगा
अपनी मेहनत का परिणाम
बस कुछ पल बाद तेरे साथ होगा...

©Sarthak Vidya
  #hindi_poem_appreciation
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Sarthak Vidya

White  पावसाच्या प्रतीक्षेत
हा बळीराजा होता
बरसूनी तु सरीवर सरी
मनातुन समाधान करत होता.
आस मनाची जाणुनी तु 
माझे ओझे हलके करत होता..

©Sarthak Vidya #hindi_poem_appreciation
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Sarthak Vidya

White  पावसाच्या प्रतीक्षेत
हा बळीराजा होता
बरसूनी तु सरीवर सरी
मनातुन समाधान करत होता.
आस मनाची जाणुनी तु 
माझे ओझे हलके करत होता..

©Sarthak Vidya
  #hindi_poem_appreciation
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Sarthak Vidya

White  धोका ओर प्यार
एकसाथ नही मिलते
एक दुसरे के बिना
ये कहां है निकलते
साथ है या धोका
इसकी परवाह नही करते

©Sarthak Vidya #short_shyari
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Sarthak Vidya

White  धोका ओर प्यार
एकसाथ नही मिलते
एक दुसरे के बिना
ये कहां है निकलते
साथ है या धोका
इसकी परवाह नही करते

©Sarthak Vidya
  #short_shyari
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Sarthak Vidya

White  भविष्य है
पर भय से भरा है
दिल से आह भी निकले
तो ये बहोत बुरा है
संभल गये वक्त से पहले
तो सबकुछ हराभरा है
वरना बेमौत मरना सच मे
हमारा है...

©Sarthak Vidya #short_shyari
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Sarthak Vidya

White  पर्यावरण की रक्षा
अब हमे यकीनन करना है
बढते हुए प्रदुषण को हमे
जल्द से जल्द दुर भगाना है
हरा भरा रहे ये सारा जहां 
तो हर घर मे हमे पेड लगाना है
बढ जायेंगे पेड तो शुद्ध हवा 
ओर संपन्न जिवन मुफ्त हमे मिलना है..

©Sarthak Vidya #short_shyari
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