Nojoto: Largest Storytelling Platform
devbratsinghai3766
  • 23Stories
  • 40Followers
  • 129Love
    0Views

Devbrat Singhai

खुद से जीतने की जिद है..मुझे खुद को ही हराना है..मैं भीड़ नहीं हूँ दुनिया की मेरे अन्दर एक ज़माना है

  • Popular
  • Latest
  • Video
314435a22e367e7911686504a390f675

Devbrat Singhai

कल रात मैंने हिंदी को सपने में देखा।
उसके मुखमंडल पर छाई थी गहरी उदासी की रेखा।।
मैंने पूछा हिंदी से :- इतनी गुमसुम हो कैसे?
अब तो हिंदी दिवस है आना, सम्मान तुम्हें सबसे पाना।।
हिंदी बोली यही गिला है, वर्ष का एक दिन मुझे मिला है।
अपने देश में मैं हूँ पराई, ऐसा सम्मान न चाहूँ भाई।।
मेरे बच्चे मुझे न जाने, लोहा अंग्रेजी का माने।
सीखे लोग यहाँ जापानी, पर मैं हूँ बिल्कुल अनजानी।।
हिंदी की ये बात सुनी जब, ग्लानि से भर उठा मैं तब।
सोचा माँ की पीर बंटा दूँ, जन-जन तक हिंदी पहुँचा दूँ।।

314435a22e367e7911686504a390f675

Devbrat Singhai

मैं जब सुबह उठा और आँखे खोली,
सर पर हाथ फेरकर मम्मी प्यार से बोली,
बाहर जाकर देख कितना खूबसूरत मौसम हो रहा है,
दुनिया कब की उठ चुकी तू अभी तक सो रहा है,
बाहर जाकर देखा तो बारिश गाना गा रही थी,
उस भीगी हुई माटी से प्यारी सी महक आ रही थी,
मैं बड़े गौर से उस संगीत को सुन रहा था,
मन मेरा खुशी से झूम रहा था,
वो टिप-टिप करती पानी की बूंदे,
कैसे रह सके कोई आंखें मूंदे,
बच्चे पानी में कागज की नाव चला रहे थे,
उछल-उछल कर बारिश का मजा उठा रहे थे,
मोर नाचते-नाचते अपने ही अंदाज में गा रहा था,
क्या बच्चे क्या बूढ़े पूरा शहर पानी में नहा रहा था,
ना जाने कितनी खुशियां लाई है,
बहुत दिनों से इंतजार था, ना जाने कितने दिनों बाद ये आई है।

314435a22e367e7911686504a390f675

Devbrat Singhai

सरस्वती माँ की एक बात बहुत पुरानी है,
उगते हुए सूरज की यह कहानी है,
गुरुओं से सीखते-सीखते शुरू हुई है,
और
गुरुओं से सीखते-सीखते ही खत्म हो जानी है।। Be lated Happy Teacher's Day

Be lated Happy Teacher's Day

314435a22e367e7911686504a390f675

Devbrat Singhai

कुत्ते की परिभाषा

जो अपनी "जात" पर भौंके
वह कुत्ता है।

314435a22e367e7911686504a390f675

Devbrat Singhai

जय बोलो श्री
                     राधे राधे........ Happy Janmashtami-19

Happy Janmashtami-19

314435a22e367e7911686504a390f675

Devbrat Singhai

अवतरित हो चले थे विष्णु,
भादो मास महीना था,
नक्षत्र रोहिणी दिन अष्टमी,
खुशियों का उस दिन बेला था। Happy Janmashtami-18

Happy Janmashtami-18

314435a22e367e7911686504a390f675

Devbrat Singhai

अब खत्म हुआ अत्याचार कंस का,
सारे ताले खुल गए थे,
कारागृह के सारे सैनिक, निद्रा में चूर हो गए थे, Happy Janmashtami-17

Happy Janmashtami-17

314435a22e367e7911686504a390f675

Devbrat Singhai

काली कुछ-कुछ रात थी उस दिन,
चमक रही थी बिजली,
गरज रहे थे बादल गढ़-गढ़,
यमुना भी भरकम हो चली, Happy Janmashtami-16

Happy Janmashtami-16

314435a22e367e7911686504a390f675

Devbrat Singhai

अनहोनी को होनी कर दे,
ऐसी थी ब्रह्मा की बोली, Happy Janmashtami-15

Happy Janmashtami-15

314435a22e367e7911686504a390f675

Devbrat Singhai

वचनबद्ध हो चले थे वसुदेव,
सारे बच्चे तो दे डाले,
क्रूर कंस था पटक-पटक कर, सब की हत्या कर डाले। Happy Janmashtami-14

Happy Janmashtami-14

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile